Hamirpur/ Pol Khol News
जिन छात्रों के टेस्ट पॉजिटिव रहेंगे उनकी नशे की लत छुड़ाने के लिए अभिभावकों से भी संपर्क किया जाएगा। यह टेस्ट बड़ी कक्षाओं के छात्रों के ही होंगे।
हमीरपुर जिले के शिक्षण संस्थानों में चिट्टा और चरस जैसे खतरनाक नशे का छात्रों की ओर से सेवन किए जाने के मामले सामने आने के बाद अब शिक्षा विभाग उच्चतर सचेत हो गया है। नशे से युवा पीढ़ी को बचाने के लिए छात्रों के स्कूलों में ही ड्रग टेस्ट करवाए जाएंगे। इसके लिए तीन विभाग मिलकर कार्य करने जा रहे हैं। इसमें शिक्षा विभाग के लेक्चचरर, पुलिस कर्मचारी और सीएमओ ऑफिस के कर्मचारी कार्य करेंगे। विभाग की ओर से स्कूलों के प्रहरी क्लबों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्कूलों के नोडल अधिकारी को ड्रग्स अब्यूज डिटेक्टिंग किट के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है। सीएमओ ऑफिस में शिक्षा विभाग के स्कूलों में बनाए गए प्रहरी क्लबों के नोडल अधिकारियों को ट्रेनिंग देने की तैयारी है। इसके लिए नोडल अधिकारियों को सीएमओ आफिस में ड्रग्स अब्यूज डिटेक्टिंग किट के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी और स्कूलों में नशा करने वाले छात्रों के टेस्ट किए जाएंगे। इससे यह पता चल सकेगा कि छात्र ने नशा किया है या नहीं।
विभाग के पास सीएमओ ऑफिस की ओर से 70 ड्रग्स अब्यूज डिटेक्टिंग किट पहुंच चुकी हैं। इसके अलावा प्रहरी क्लब स्कूलों के आसपास स्लोगन राइटिंग और रैलियां निकालकर नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी जागरूक करेंगे। प्रहरी क्लब स्कूलों के आसपास दो बार सुबह और दोपहर के समय रैलियां निकालकर छात्रों और जनता को जागरूक करेंगे। यह रैलियां प्रार्थना सभा और लंच के दौरान निकालने का शिक्षा विभाग ने खाका तैयार किया है।
जिन छात्रों के टेस्ट पॉजिटिव रहेंगे उनकी नशे की लत छुड़ाने के लिए अभिभावकों से भी संपर्क किया जाएगा। यह टेस्ट बड़ी कक्षाओं के छात्रों के ही होंगे। इसमें दसवीं से बारहवीं कक्षा तक के छात्र शामिल होंगे। इस किट से छात्रों के टेस्ट करने के लिए उनके पेशाब के सैंपल लिए जाएंगे। इसके अलावा स्कूलों के आसपास पुलिस कर्मचारी छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। छात्रों तक नशा पहुंचाने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस ने गशत बढ़ा दी हैए ताकि नशा के सौदागरों को समाज से दूर किया जा सके।
जिले के सभी सीनियर सेकेंडरी और हाई स्कूलों में युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए तीन विभाग एकसाथ कार्य करने जा रहे हैं। इसमें पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग मिलकर कार्य करेंगे। ड्रग्स अब्यूज डिटेक्टिंग किट शिक्षा विभाग के पास पहुंच गई हैं, जिनके बारे में प्रहरी क्लबों के नोडल अधिकारियों को सीएमओ ऑफिस में प्रशिक्षण दिए जाने की तैयारी चल रही है। छात्रों के पेशाब के सैंपल लिए जाएंगे। – अनिल कौशल, उपनिदेशक शिक्षा विभाग उच्चतर