
क्यों मनाया जाता है पृथ्वी दिवस, जानिए महत्त्व और इस साल की थीम
Pol Khol News Desk | Hamirpur
आज अर्थ डे यानी पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है। हर साल 22 अप्रैल के दिन पृथ्वी दिवस मनाया जाता है और साथ ही इस दिन को इंटनैशनल मदर अर्थ डे के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद पर्यावरण को होने वाले खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करना है और पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है। भूस्खलन, ग्लोबल वॉर्मिंग और प्रदूषण के कारण पर्यावण को अत्यधिक नुकसान पहुंचता है। ऐसे में यदि व्यक्ति अपने स्तर पर भी पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दे और पर्यावरण को सुरक्षित रखने का प्रण ले तो हमारी पृथ्वी फलती-फूलती रहेगी।
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पृथ्वी दिवस का इतिहास, महत्व और थीम
इस साल 54वां पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है। पहली बार इस दिन को यूएस सिनेटर और पर्यावरणविद गेयलॉर्ड नेलसन और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट स्टुडेंट डेनिस हेस ने ऑर्गेनाइज्ड किया था। इस दिन को मनाने की शुरूआत पर्यावरण को हो रहे नुकसान के प्रति चिंता थी। 22 अप्रैल, 1970 में तकरीबन 2 करोड़ अमेरिकी जल प्रदूषण, तेल के स्त्राव, जंगल में लगने वाली आग और वायु प्रदूषण जैसे संकटों के खिलाफ सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन किया, इसके बाद से ही इस प्रदर्शन ने वैश्विक रूप लिया और पर्यावरण को बचाने की तरफ बड़े कदम उठाए जाने लगे।
पृथ्वी दिवस की थीम इस साल प्लेनेट वर्सेस प्लास्टिक (Planet vs Plastic) है, यानी ग्रह बनाम प्लास्टिक है। इस साल की थीम का मकसद लोगों को प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए प्रेरित करना और प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करने के लिए प्रोत्साहित करना है। साथ ही, इस थीम (Theme) के माध्यम से यह कोशिश की जाएगी कि आने वाले साल 2040 तक प्लास्टिक के इस्तेमाल में 60 फीसदी तक गिरावट आ सके।