
दीक्षा ठाकुर। हमीरपुर
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर की अनुशासन समिति (बीओडी) की बैठक की सिफारिश पर संस्थान प्रशासन ने बीटेक के 24 प्रशिक्षु छात्रों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की है। बैठक में लिए गए निर्णयों पर संस्थान प्रशासन ने मुहर लगा दी है। बता दें कि बीते माह ये आरोपी प्रशिक्षु नशे की हालत में मिले थे, जबकि इनमें से दो को एक छात्र की मौत के मामले में नामजद भी किया गया है। कार्यवाही के तहत बीटेक के दो छात्रों सुशील मिश्रा और ओमर जमान को दो सेमेस्टर के लिए संस्थान से बाहर निकाल दिया है।
सजा काटने के बाद जब ये दोनों छात्र संस्थान में लौटेंगे तो भी इन्हें एक वर्ष तक छात्रावास की सुविधा नहीं मिलेगी। वहीं, बीटेक के 10 अन्य प्रशिक्षुओं को छात्रावास से एक साल के लिए निष्कासित किया गया है। अब इन्हें संस्थान परिसर से बाहर किराये पर निजी भवनों में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करनी होगी। इसके अलावा 12 अन्य विद्यार्थियों को उनके गुनाह के आधार पर 2,500 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक जुर्माना ठोंका गया है। इन आरोपी 24 विद्यार्थियों में चार छात्रों पर गंभीर आरोप हैं।
इनमें से दो छात्र वे हैं, जिन्हें हमीरपुर पुलिस ने एनआईटी के एक छात्रावास और एक अन्य को लंबलू गांव के समीप बस में चरस के साथ गिरफ्तार किया था। दो अन्य वे बीटेक के छात्र हैं, जो संस्थान में एमटेक प्रथम वर्ष के छात्र सूजल शर्मा की मौत के मामले में नामजद हैं। बीते अक्तूबर में तीन बीओडी (बोर्ड ऑफ डिसिप्लिन) की बैठकों में आरोपी छात्रों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया था। कार्रवाई से पूर्व इन आरोपी छात्रों का पक्ष जाना गया, लेकिन संस्थान इन छात्रों के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। अब संस्थान प्रशासन ने इन आरोपी छात्रों पर सख्त कार्रवाई की है।
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वहीं, एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रो एचएम सूर्यवंशी ने बताया कि बीओडी ने नशे के मामले में आरोपी छात्रों पर कार्यवाही का निर्णय लिया था, लेकिन कार्यवाही से पूर्व इन छात्रों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया। इन छात्रों के जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए। इसके चलते अब संस्थान प्रशासन ने 24 छात्रों पर कार्यवाही की है। जिनमें दो छात्रों को शैक्षणिक सत्र से, 10 को छात्रावास से निकाला गया है। 12 अन्य छात्रों पर जुर्माना लगाया गया है।