
हिमाचल : पंचायत परिवार रजिस्टर में पालतू पशुओं होगी एंट्री, पंचायत सचिव घर-घर करेंगे बेजुबानों का भी रिकार्ड दर्ज
पोल खोल न्यूज़ | कांगड़ा
हिमाचल प्रदेश में अब ई-ग्राम स्वराज ऑनलाइन पोर्टल में ई-परिवार सहित हर परिवार के दुधारू पशुओं की भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगी। प्रदेशभर में 22 अप्रैल से सभी 3615 पंचायतों में डोर-टू-डोर रजिस्ट्रेशन शुरू होगी, जिसमें परिवारों को पोर्टल में पंजीकृत आधार व राशन कार्ड की ई-केवाईसी करवाने के साथ ही दुधारू पशुओं की भी स्टीक संख्या पंजीकृत होगी, जिससे पशुओं के लिए सरकार की ओर से योजनाएं बनाने व उन्हें धरातल में उतारने सहित बीमारियों से बचाने को लेकर सभी डाटा ऑनलाइन रह पाएगा। इसके लिए पंचायती राज विभाग हिमाचल प्रदेश की ओर से राज्य भर के पंचायत सचिवों को प्रशिक्षण प्रदान किया है। प्रदेश सरकार व विभाग की ओर से राज्य भर की 3600 से अधिक पंचायतों में 20 मई तक घर-घर में पहुंचकर संपूर्ण रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
परिवार रजिस्टर के अपडेशन के लिए तैयार फार्मेट में अब पंचायती राज विभाग ने एक और कॉलम एड किया है। किस पंचायत में किस परिवार के पास कौन सा दुधारू पालतू पशु है, अब इसकी भी एंट्री होगी। हिमाचल प्रदेश में कितने पालतू पशु हैं, और वह किस-किस प्रजाति के हैं, इसका भी पुख्ता आंकड़ा ऑनलाइन सरकार व विभाग के पास पहुंच जाएगा। ग्राम पंचायत के परिवार रजिस्टर में परिवार के सदस्यों के साथ-साथ अगर किसी ने पालतू पशु रखे हैं, उसकी जानकारी भी अंकित होगरी। उसमें गाय, भैंस, बकरी, भेड़ व जनजातिय क्षेत्रों में याक आदि भी शामिल किए गए हैं। पंचायत सचिव अपने पंचायत के घर-घर जाकर ई-स्वराज पोर्टल पर एंट्री करेंगे।
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जिला कांगड़ा के जिला पंचायत अधिकारी नीलम कटोच का कहना है कि ग्राम पंचायतों में परिवार रजिस्टर की अपडेशन के साथ ही अब नए फार्मेट में किन परिवारों के पास कितने दुधारू पालतू पशु हैं, इसकी भी एंट्री की जा रही है। इसके लिए 22 अप्रैल से डोर-टू-डोर रजिस्ट्रेशन का अभियान चलेगा। निदेशालय द्वारा इस कार्य को 20 मई तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं।