
Himachal : बल्क ड्रग पार्क में देश-विदेश के नामी औद्योगिक घराने निवेश को तैयार
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के हरोली में बनने वाले बल्क ड्रग पार्क में देश-विदेश के नामी औद्योगिक घराने निवेश करने को तैयार हैं। दिसंबर 2026 में बल्क ड्रग पार्क में पहले चरण का काम शुरू हो जाएगा। मैनकाइंड, अरविदो और सन फार्मा जैसी नामी कंपनियों ने उद्योग स्थापित करने के लिए हामी भरी है। पार्क के भीतर 10 हजार करोड़, जबकि बाहर 5000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसमें 40 हजार लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। उद्योग विभाग में इस प्रोजेक्ट को लेकर बुधवार को अधिकारियों के साथ चर्चा हुई है।
बता दें कि बल्क ड्रग पार्क को लेकर 984 करोड़ रुपये के टेंडर आमंत्रित किए जा रहे हैं। हाल ही में विभाग की ओर से 287 करोड़ रुपये की लागत से बननी वाले साइट डेवलपमेंट प्लान, रोड, बाउंडरी वाल और पुल निर्माण के लिए निविदाएं मांगी है। 30 मई को इसका टेंडर खुलेगा। 321 करोड़ रुपये की लागत से ब्वायलर स्थापित होगा। यह बल्क ड्रग पार्क में भाप बनाएगा। सोल्ड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर भी जल्द ही टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। उद्योग से निकलने वाला गंदे पानी को ट्रीट करने के लिए सरकार 284 करोड़ रुपये व्यय करेगी। इसमें 50 करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने जारी किए हैं। इस पानी को साफ कर खेतों में सिंचाई के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा। इसके साथ ही जो पानी और अवशेष ट्रीट नहीं होगा, उसे जलाया जाएगा।
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उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 21 मार्च, 2020 को बल्क ड्रग पार्क योजना को मंजूरी दी थी। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 1923 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्र सरकार की अनुदान राशि 1118 करोड़ रुपये है। वहीं, 804.54 करोड़ रुपये की राशि राज्य सरकार की ओर से खर्च की जाएगी। 1402.44 एकड़ भूमि में इसे बनाया जा रहा है।
वहीं, उद्योग विभाग ने देश-विदेश के नामी औद्योगिक घरानों के साथ 5,000 करोड़ के एमओयू साइन किए हैं। उद्योग विभाग की एक टीम देश का दौरा कर कंपनियों से मुलाकात कर निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
ऊना के हरोली में बन रहे बल्क ड्रग पार्क को लेकर पर्यावरण संबंधित भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। सरकार का दावा है कि पर्यावरण सुरक्षित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
बल्क ड्रग पार्क में फार्मा कंपनियों से लिए कच्चा माल तैयार होगा। अभी कंपनियां चीन से कच्चा माल लेकर हिमाचल लाती हैं। यह महंगा पड़ता है। अब चीन के बजाए कंपनियां बल्क ड्रग पार्क से कच्चा माल उठा सकेंगी।
वहीं, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि ऊना में बल्क ड्रग पार्क के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। दिसंबर 2026 को पहले चरण का काम शुरू करना है। हिमाचल का यह बड़ा प्रोजेक्ट है। इसमें 40 हजार लोगों को रोजगार मिलना है। उद्योग विभाग इस पर फोकस बनाए हुए है।