
3 साल में पहली बार विधायक, डीसी, एसडीएम, एनएच निर्माण के अधिकारी एक साथ जनता की सुध लेने फील्ड में उतरे, लोगों ने दिल खोल सुनाए दुखड़े
पहली बार एहसास हुआ कि एनएच 03 के दिए ज़ख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास विधायक सुरेश कुमार की कोशिशों से शुरू हुआ
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
पॉलिटिकल पावर सेंटर समीरपुर गांव के लोग भी हमीरपुर से मंडी बन रहे नेशनल हाईवे नंबर 03 के निर्माण से पीड़ित दिखे। लोग यहां निर्माण कंपनी के व्यवहार, ढ़िलमुल कार्यप्रणाली और झूठे आश्वासनों से निराश दिखे। टूटते डंगे, बंद नालियों, बर्बाद हो रहे खेत, रिहायशी मकानों में घुस रहा पानी, निर्माण कम्पनी की हेकड़ी , ऐसी ही स्थिति आवाहदेवी, संगरोह, टिककरी, पंजोत , बराड़ा, झनिक्कर, कोल्हूसिद्ध, बारी मंदिर, चाहड़ और टौणी देवी में दिखाई दी।
जून 2022 में जब हाईवे का निर्माण शुरू हुआ इसके 3 साल में पहली बार विधायक, डीसी, एसडीएम, एनएच निर्माण के अधिकारी एक साथ जनता की सुध लेने फील्ड में उतरे । लोगों ने मौका देख डीसी अमरजीत सिंह को दिल खोल दुखड़े सुनाये , और डीसी ने भी बड़ी गंभीरता से लोगों की बात को सुना । लोगों ने भोरंज के विधायक सुरेश कुमार, सुजानपुर के विधायक कैप्टन रणजीत सिंह ,उपायुक्त अमरजीत सिंह, एसडीएम हमीरपुर संजीत सिंह, एसडीएम भोरंज शशिपाल शर्मा के सामने सभी संबंधित विभागों, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय तथा निर्माण कंपनी के अधिकारियों को खूब भला बुरा कह अपना गुबार निकाला ।
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झनिक्कर में कुछ महिलाओं को पुलिस ने नियंत्रण में रखा नहीं तो यहां माहौल खराब हो सकता था। लोगों के भारी गुस्से को देखते हुए विधायक सुरेश कुमार और कैप्टन रणजीत सिंह ने हाईवे के अधिकारियों को कड़े निर्देश देकर तुरंत समस्याएं हल करने के लिए कहा।
विधायक सुरेश कुमार ने आश्वासन दिया कि स्थानीय लोगों के मकानों और अन्य परिसंपत्तियों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं होने देंगे।उन्होंने हाईवे की कटिंग के कारण जगह-जगह कई मकानों के गिरने की आशंका, भूस्खलन और जलभराव से जमीन के नुक्सान, मलबे की डंपिंग, निर्माण कार्य की गुणवत्ता एवं धीमी गति इत्यादि का कड़ा संज्ञान लेते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और निर्माण कंपनी के अधिकारियों को मौके पर ही सख्त दिशा-निर्देश जारी किए।
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विधायक सुरेश कुमार ने अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान दिए गए सभी दिशा-निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना सुनिश्चित करने को कहा। उन्हांेने कहा कि खतरे की जद में आए मकानों एवं सरकारी भवनों के आगे डंगे लगाने, नालियां बनाकर पानी की सही निकासी करने जैसे सभी कार्य प्राथमिकता के आधार पर तेजी से होने चाहिए।
बरसात के मौसम को देखते हुए इसमें किसी भी तरह की लापरवाही या विलंब नहीं होना चाहिए। सुरेश कुमार ने कहा कि मौके पर दिए गए दिशा-निर्देशों की अनुपालना न करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हाईवे के किनारे रहने वाले लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई से लाखों रुपये खर्च करके मकान बनाए हैं। इनकी सुरक्षा से खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कुल मिलाकर तीन साल में लोगों को पहली बार एहसास हुआ कि एन एच 03 के दिए ज़ख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास विधायक सुरेश कुमार के प्रयासों से शुरू हुआ है।