
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
एजुकेशन हब कहे जाने वाला हमीरपुर शिक्षा के क्षेत्र में ही नाम नहीं कमा रहा। यहां के स्कूलों में पढऩे वाले छात्र-छात्राएं खेलों के क्षेत्र में भी नेशनल स्तर तक अपने झंडे गाड़ रहे हैं। जिला हमीरपुर से नौ किलोमीटर दूर स्थित राजकीय उच्च पाठशाला नरेली के 17 बच्चों ने एक साथ खेलों में अपना लोहा मनवाकर इस बात का प्रमाण दिया है कि पंखों से कुछ नहीं होता हौंसलों से उड़ान होती है। दरअसल स्कूल में 14 साल से कम आयु के (अंडर-14) 26 में से 17 छात्र-छात्राओं ने राज्य स्तर पर जीत हासिल करते हुए छह ट्रॉफियां जीतकर जिले का नाम प्रदेश भर में रोशन किया है। इन 17 में से पांच खिलाडिय़ों का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हुआ है। स्कूल के इन अंडर-14 17 खिलाडिय़ों को जिला भर में शाबाशियां मिल रही हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि स्कूल की छह छात्रा खिलाडिय़ों की बदौलत नार्थ जोन की खेलो इंडिया खो-खो प्रतियोगिता में प्रदेश को पहली बार सिल्वर मेडल जीतने का गौरव मिला है।
दिलचस्प बात यह है कि इस स्कूल में 26 बच्चे ऐसे है, जिनकी आयु 14 साल से कम है। इन 26 में से 17 बच्चों ने राज्य स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। खिलाडिय़ों के कोच एवं स्कूल के भाषा अध्यापक लक्की जो कि स्पोट्र्स कोटे से स्कूल में लगे हैं उनकी मानें तो यह बच्चे रोजाना सुबह स्कूल लगने से पहले और शाम की छुट्टी के बाद लगातार दो-दो घंटे ग्राउंड में पिछले डेढ़ वर्षों से प्रैक्टिस किया करते थे। इन 17 में से छह छात्रा खिलाड़ी भी हैं। भाषा अध्यापक लक्की रोजाना शाम को ग्राउंड में प्रैक्टिस करवाने के उपरांत सभी छात्रा खिलाडिय़ों को घर तक सुरक्षित पहुंचाने की भी व्यवस्था की थी। इन 17 में से छह बच्चे एथेलेटिक्स और 11 खिलाड़ी खो-खो में विजय हासिल करेक आए हैं। पांच खिलाडिय़ों में आरक्षित, वंशिका, शगुन, शिवानी और साइन का सिलेक्शन नेशनल के लिए हुआ है। नरेली स्कूल मुख्याध्यापिका हेमलता ने विजेता छात्रों और उनके कोच एवं भाषा अध्यापक लक्की को इसके लिए बधाई दी है।