पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल की सड़कों पर बर्फ न जमे, इसके लिए लोक निर्माण विभाग कैल्शियम क्लोराइड ब्राइन सॉल्यूशन की मदद लेगा। इसका पहला प्रयोग शिमला में होगा। लाखों रुपये की इस मशीन को शिमला में स्थापित की गई है। इसके सफल प्रयोग के बाद इसे अन्य बर्फीले क्षेत्रों में भी स्थापित किया जाएगा। हिमाचल में आमतौर पर दिसंबर से बर्फ पड़नी शुरू हो जाती है। यह बर्फ फरवरी महीने तक रहती है। हालांकि दिसंबर, 2023 में बर्फबारी नहीं हुई है लेकिन जनवरी में बर्फबारी की संभावना है। इसको देखते हुए लोक निर्माण विभाग तैयारियों में जुटा है।
शिमला में यह मशीन आरटीओ कार्यालय के बाहर स्थापित की गई है। इस दौरान लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को शहर की पहली कैल्शियम क्लोराइड ब्राइन मशीन का उद्घाटन किया। प्लांट एक दिन में 6,000 लीटर कैल्शियम क्लोराइड बना सकता है। इसके अलावा विभाग ने मंत्री को कैल्शियम क्लोराइड ब्राइन सॉल्यूशन की स्प्रे करके पूरी प्रक्रिया के बारे में भी बताया। प्लांट से 500 रुपये लागत में एक किलोमीटर सड़क पर कैल्शियम क्लोराइड ब्राइन सॉल्यूशन छिड़क कर सड़क पर बर्फ जमने से रोकी जा सकती है।
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वहीं, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता ने बताया कि मशीन में बर्फ पिघलाने का कैमिकल तैयार होगा। इस कैमिकल को पिकअप के माध्यम से बर्फीले क्षेत्रों की सड़कों तक पहुंचाया जाएगा। जैसे-जैसे बर्फबारी का मौसम बनेगा, उससे पहले सड़कों पर इसका पहला छिड़काव किया जाएगा। इससे सड़क पर बर्फ नहीं टिकेगी। जिन सड़कों पर बर्फ जम गई है, ये स्लूशन पांच मिनट के भीतर बर्फ पिघला देगा।