पोल खोल न्यूज़ डेस्क
शिमला
क्रिप्टोकरेंसी के जरिये 2,500 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में अब एसआईटी शिमला न्यायालय में तीसरी चार्जशीट दायर करने वाली है।
हिमाचल में क्रिप्टोकरेंसी के जरिये 2,500 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में अब एसआईटी शिमला न्यायालय में तीसरी चार्जशीट दायर करने वाली है। साथ ही आरोपी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त करने पर भी विचार हो रहा है। बर्खास्तगी से पूर्व विभागीय जांच भी होगी। क्रिप्टोकरेंसी मामले में आधा दर्जन पुलिस जवान शामिल हैं। पुलिस की विशेष जांच टीम इससे पूर्व दो चार्जशीट न्यायालय में पेश कर चुकी है। पहली चार्जशीट में तीन लोगों को, जबकि दूसरी चार्जशीट में 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है। अब न्यायालय में दायर होने जा रही तीसरी चार्जशीट में एक दर्जन अन्य आरोपी शामिल हैं।
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एसआईटी ने सभी 19 आरोपियों की संपत्ति को भी अटैच कर चुकी है। अगर इनसे रिकवरी नहीं होती है तो एसआईटी जब्त संपत्तियों को कुर्क कर सकती है। वहीं मुख्य आरोपी सुभाष को दुबई से भारत लाने की प्रक्रिया भी जारी है। एसआईटी इस मामले में न्यायालय से सुभाष का गिरफ्तारी वारंट हासिल कर चुकी है। वर्तमान में यूएई पुलिस से संपर्क साधकर सुभाष के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। एसआईटी को शक, सुभाष दुबई से भी फरारक्रिप्टोकरेंसी मामले में मुख्य आरोपी सुभाष दुबई में छिपा था। लेकिन अब एसआईटी को शक है कि सुभाष दुबई से किसी अन्य देश में शरण ले चुका है। हालांकि इस बारे में यूएई पुलिस से जानकारी जुटाई जा रही है। जबकि पूर्व में सुभाष के वकील की मुवक्किल से फोन पर बात होती रही है।
क्रिप्टोकरेंसी मामले में एसआईटी जल्द ही तीसरी चार्जशीट न्यायालय में पेश करेगी। अभी तक दो अलग-अलग चार्जशीट में कुल 19 लोगों के नाम शामिल हैं। तीसरी चार्जशीट में कुछ अन्य आरोपियों के नाम शामिल होंगे। सुभाष के बारे में दुबई पुलिस से जानकारी जुटाई जा रही है। -अभिषेक दुल्लर, एसआईटी प्रमुख एवं डीआईजी, उत्तरी क्षेत्र धर्मशाला