रजनीश शर्मा | हमीरपुर
जल का जीवन से गहरा संबंध है। पृथ्वी पर उपलब्ध जल का जितना प्रयोग हो रहा है, उससे अधिक जल प्रदूषित हो रहा है और व्यर्थ बहकर बर्बाद हो रहा है। अगर अपने देश की ही बात करें तो तेजी से हो रहे शहरीकरण और बहु-मंजिला इमारतों के निर्माण के साथ ही बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा भी जमीन से अत्यधिक पानी निकलने के कारण भूजल का स्तर और तेजी से नीचे गया है। भूजल हमारे लिए पीने के पानी का एक महत्वपूर्ण स्त्रोत है। इसका लापरवाही से इस्तेमाल आने वाले समय में हमारी मुश्किलों को बढ़ा सकता है।
इसके लिए यह अत्यावश्यक है कि भू-जल की गिरावट तथा भू-जल स्तर में सुधार किया जाए तथा समुद्र के जल का अंतर्गमन अर्थात समुद्री जल को भूमि की तरफ आने से रोका जाए और वर्षा मौसम के दौरान सतही जल एवं शहरी अपशिष्ट जल का संरक्षण किया जाए। इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर जागरूक करने के उदेश्य से ही स्वर्ण जयंती राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (उत्कृष्ट) टौणी देवी में बच्चों, युवाओं, अध्यापकों एवं समाज को जागरूक करने हेतु हि. प्र. विज्ञान प्रौधोगिकी एवं पर्यावरण परिषद् के सौजंन्य से जल संरक्षण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मयूर ईको क्लब द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में क्लब के सदस्यों, पाठशाला प्रबंधन समिति के सदस्य,पंचायत प्रतिनिधियों और अध्यापकों सहित लगभग 130 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
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कार्यशाला का उदघाटन करते हुए प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने कहा कि धरती पर जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्व जल है। हमारे शरीर का 70 फीसदी हिस्सा भी पानी ही है । हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि पृथ्वी पर मौजूद जल में से केवल 3% ही मीठा पानी है जो पीने लायक है। यही कारण है कि मानव जाति के अस्तित्व के लिए मीठे पानी का संरक्षण बेहद जरूरी है। वहीँ ईको क्लब प्रभारी हेम लाल ने भी विचार रखते हुए कहा कि जिस तरह बूंद बूंद से घड़ा भरता है, उसी तरह निश्चित रुप से इस मुहिम से जल संरक्षण को बल मिलेगा। जीवन हेतु जल, भोजन और आक्सीजन की हमें आवश्यकता होती है। आज हमारे द्वारा बचाई गई जल की एक बूँद हमें भविष्य में आने वाले जल संकट से बचा सकती है।
कक्षा छठी की भावना ने भी जल संरक्षण पर उपस्थित लोगों को अवगत करवाया। वहीँ पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम भूमिका ,द्वितीय प्रियांशु एवं तृतीय स्थान पर रहे आदित्य एवं अंशिका को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर पंचायत प्रधान बारीं और टपरे रविंदर ठाकुर, दीवान चंद , समिति अध्यक्ष रमन, के अलावा अभिभावक एवं सभी अध्यापक भी उपस्थित रहे।