मान की हानि तो इन भगोड़े नेताओं की वजह से हुई : डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
हमीरपुर विधानसभा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ पुष्पेंद्र वर्मा जो के लगातार जन जागरण अभियान चलाए हुए हैं उन्होंने पिछले दो दिनों में ग्राम पंचायत साहनवीं के जलगांव में ,ग्राम पंचायत दरूही , ग्राम पंचायत जंगल रोपा के हार गांव में, व ग्राम पंचायत बफडीं के कोहीं गांव में भिन्न नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया। डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा मुख्यमंत्री हमारा स्वाभिमान है और न केवल हमीरपुर की शान है बल्कि पूरे प्रदेश का मान हैं। उन्होंने हिमाचल के नाम को हमेशा इस देश के अंदर ऊंचा किया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके 14 महीने के कार्यकाल में उन्होंने ऐसे ऐसे निर्णय लिए जिनका स्वागत न केवल कांग्रेसियों ने बल्कि भाजपा के बड़े नेताओं ने किया और साथ में उनके फैसलों को भारत के नीति आयोग और विश्व के वर्ल्ड बैंक ने सराहा है।
आपदा के समय में मुख्यमंत्री हर एक हिमाचली के साथ उनके परिवार का सदस्य बनकर खड़े रहे जगह-जगह खुद दौरा किया शरणार्थी शिविरों में पहुंचे, शरणार्थियों के साथ खाना खाया उनका दुख बांटा और सरकार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद और केंद्र सरकार की विमुखता के बावजूद माननीय मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुखुजी ने 4500 करोड रुपए का आपदा राहत पैकेज प्रदेश की जनता को दिया । इस राहत पैकेज में आज प्रदेश की हर एक पंचायत में काम चल रहे हैं चाहे वह गांव के गिरे हुए डंगे थे चाहे वह घरों के डंगे थे, गांव के रास्ते थे, मोक्षधामों का पुनर्निर्माण किया गया जिनका आपदा में भारी नुकसान हुआ था। प्रदेश वासियों के हित में मुआवजे की राशि को कानून बदल कर बढ़ाया गया,गृह निर्माण के लिए राशि को डेढ़ लाख से बढ़ाकर 7 लाख किया गया, एकल नारी और विधवा नारियों को गृह निर्माण के लिए 6 मरला भूमि व 3 लाख रुपए की घोषणा की गई, गांव वासियों के पशुधन के नुकसान पर उनको गाय /भैंस के मरणोपरांत मिलने वाले मुआवजे को 55000 रुपए किया जो कि पहले केवल मात्र 4500 रुपए हुआ करता था । यह ऐसे निर्णय हैं मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुखुजी के जो आमजन से जुड़े हुए है और गांव में रहने वाली प्रदेश की 70% जनता के साथ जुड़े हुए हैं ।
ये भी पढ़ें: सीएम इसका राज बताए कि वह हिमाचल भवन में न रुककर फाइव स्टार होटल में क्यों रुकते थे : राजेंद्र राणा
इस आपदा का मुख्य कारण रहे खनन माफिया पर नकेल कसते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने सभी क्रेशरों को बंद किया और उसके बाद एक नई खनन नीति लेकर आए जिसके कारण चंद धोखेबाज नेता प्रदेश सरकार को अस्थिर करना चाह रहे थे यह इस खनन माफिया से जुड़े हुए लोग थे और जिनको माननीय मुख्यमंत्री की ईमानदारी और पारदर्शिता पसंद नहीं आ रही थी । दो वर्मा ने कहा के इन चंद भगोड़े भ्रष्ट व्यापारिक मानसिकता वाले नेताओं की वजह से पूरे भारतवर्ष में देवभूमि की मान को हानि हुई है इन लोगों की वजह से पूरे भारतवर्ष में हम पहाड़ी लोगों की ईमानदारी पर प्रश्न चिन्ह लगा है और आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हमें ऐसे भ्रष्ट नेताओं को सबक सिखाना है । इस मौके पर पंचायत में वरिष्ठ कांग्रेसी कार्यकर्ता और युवा कांग्रेस के साथी डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। जन जागरण अभियान के तहत कई लोगों ने कांग्रेस परिवार में शामिल होकर ठाकुर सुखविंदर सिंह सुख जी के नेतृत्व में आस्था जताई।