रजनीश शर्मा। हमीरपुर
जिले में अधिकारियों और कर्मचारियों के 18 पद रिक्त होने से लोगों को वन विभाग से संबंधित कार्यों को निपटाने में परेशानी पेश आ रही है। इनमें सबसे अधिक पद वन रक्षकों के खाली चले हुए हैं। कई वन क्षेत्रों पर वन रक्षकों ने अतिरिक्त कार्यभार संभाला है। इससे वनों की निगरानी भी सही ढंग से नहीं हो पा रही है।
इसके अलावा सर्दियों के मौसम में विभाग की ओर से सूखे और गिरे हुए पेड़ों को काटने का कार्य भी करवाया जाता है। जिले में वन विभाग के मुख्य कार्यालय में भी तीन सीनियर असिस्टेंट के पद खाली चले हुए हैं। इससे वन और चेक डैमो से संबंधित कार्यों को सही समय पर निपटाने में देरी हो रही है। विभाग के सहायक अरण्यपाल, नायब तहसीलदार कानूनगो के पद भी डेढ़ साल से खाली चले हुए हैं। इस कारण वनों की एनओसी, निशानदेही और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने में काफी परेशानी पेश आ रही है।
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हमीरपुर में वन विभाग के अधीन वन 165 स्क्वेयर किलोमीटर में फैले हुए हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए 70 वन रक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा 15 ब्लाॅक अधिकारी और 15 रेंज अधिकारी विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
जिला वन अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि जिले में डेढ़ वर्षों से 12 वन रक्षकों के पद रिक्त चले हुए हैं। जबकि मुख्य कार्यालय में तीन सीनियर असिस्टेंट के पद खाली चले हुए हैं। इसके अलावा एक सहायक अरण्यपाल, एक नायब तहसीलदार और एक पद कानूनगो का खाली चला हुआ है। इस बारे में उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है।