
कई भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, पांच जिलों में बाढ़ का खतरा
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में बारिश का कहर जारी है। राज्य में शनिवार सुबह 10:00 बजे तक भूस्खलन से एक नेशनल हाईवे व 132 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप थी। इसके अतिरिक्त 1235 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हैं। राज्य में 10 जल आपूर्ति योजनाएं भी बाधित चल रही हैं। शिमला, ऊना, मंडी, कुल्लू व हमीरपुर जिले में सबसे ज्यादा बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। सड़कें, बिजली आपूर्ति ठप होने से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं।
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज से 23 अगस्त तक कुछ भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय लोगों को पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। राजधानी शिमला में दोपहर को झमाझम बारिश हुई। वहीं अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिले के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बाढ़ का खतरा होने की संभावना है।
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दुकानों और मकानों को करवाया खाली
रामपुर उपमंडल के डमराली नाले में शुक्रवार रात करीब 8:00 बजे बादल फटने से नाले का जलस्तर बढ़ने से नोगली-तकलेच सड़क का करीब 30 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया। प्रशासन ने नोगली खड्ड के नजदीक अलर्ट जारी कर दिया है। नोगली बाजार की कुछ दुकानों और मकानों को खाली करवा दिया गया है। खड्ड के किनारे के लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। छह पंचायतों में बिजली गुल है। टावर को नुकसान पहुंचने से मोबाइल सिग्नल भी नहीं है।
वहीं, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मौके पर पहुंची है। देर रात उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी नोगली पहुंचे। उपायुक्त ने डमराली में फटे बादल से नाले में बढ़े पानी की स्थिति का जायजा लिया। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि इस घटना से अभी तक जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। कहा कि जिला प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। डमराली और तकलेच में बादल फटने से देर शाम को भारी बारिश हुई।
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इससे तकलेच के ऊपर वाले हिस्से डमराली में बादल फटने से पानी का सैलाब साथ लगते नाले में आ गया। तकलेच वासियों ने इस नाले की गड़गड़ाहट साफ सुनी। लोग दहशत में घरों से बाहर निकल गए। एसडीएम निशांत तोमर ने बताया कि मौके पर टीम नहीं पहुंच पाई है क्योंकि एक जगह से सड़क टूट गई है। लेकिन स्थानीय पंचायत प्रधान से फोन पर बात हुई है। उन्होंने किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना से इंकार किया है।
धुंधी के पास मनाली-लेह हाईवे पर भूस्खलन, सड़क धंसी
उधर, धुंधी के पास भूस्खलन के कारण मनाली-लेह हाईवे यातायात के लिए बाधित हो गया है। प्रशासन ने सोलंगनाला में ही वाहनों को रोक दिया है। बीआरओ की मशीनरी सड़क बहाल करने के लिए लगाई गई है। एसडीएम मनाली रमण कुमार शर्मा ने बताया कि वाहनों को सोलंगनाला में रोका गया है। हालांकि अपातकालीन वाहनों को चलाने की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने यात्रियों से सावधानी बरतने की अपील की है।
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पालमपुर में पुलिया धंसने से संपर्क मार्ग बंद
उपमंडल पालमपुर में नई सब्जी मंडी के समीप पुलिया के धंसने से मार्ग बंद हो गया है। लोग पालमपुर- बैजनाथ के बीच आवाजाही के लिए अब वाया राजपुर व कालू दी हट्टी संपर्क मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन संपर्क मार्ग पर जाम के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसी तरह उपमंडल ज्वालामुखी के अंतर्गत ग्राम पंचायत सुरानी के वार्ड नंबर पांच में निर्मल सिंह पुत्र प्यार सिंह के घर का बरामद भी क्षतिग्रस्त हो गया है। शुक्रवार रातभर मूसलाधार बारिश के कारण कई जगह नुकसान हुआ है।
निगुलसरी के पास हाईवे बाधित
जिला किन्नौर को जोड़ने वाला एनएच-पांच निगुलसरी में बार-बार बंद होने से वाहन चालक, बागवान और सैलानी परेशान हो गए हैं। निगुलसरी के पास शुक्रवार को सड़क का लगभग 50 मीटर हिस्सा धंस गया। इस कारण एनएच पूरी तरह से बंद है। डीएसपी भावानगर राजकुमार ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि बिना जरूरी काम के बरसात में यात्रा न करें। एक्सईएन एनएच प्राधिकरण केएल सुमन ने बताया कि रात को लाइटों की व्यवस्था कर मशीनों से सड़क बहाल करने का प्रयास किया जाएगा। उपायुक्त किन्नौर डाॅ. अमित कुमार ने कहा कि जब तक सड़क पूरी तरह से दुरुस्त नहीं होती, तब तक निगलुसरी के पास शाम 7:00 बजे से लेकर सुबह 5:00 बजे तक वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। आपात सेवाएं जारी रहेंगी।