क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में एक नया खुलासा, पंजाब के जुनेजा के बैंक खाते में पड़े 40 लाख रुपये सीज
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
करोड़ों रुपये के क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में एक नया खुलासा हुआ है। इस मामले के मुख्य आरोपी सुभाष ने पंजाब के जुनेजा के खाते में 40 लाख रुपये डाले थे। बताया जा रहा है कि जुनेजा मुख्य आरोपी सुभाष का दोस्त है। वहीं, पुलिस एसआईटी ने जुनेजा के बैंक खाते में पड़ी 40 लाख रुपये की राशि सीज कर दी है। अब पुलिस को जुनेजा की तलाश है। जब से राशि को सीज किया गया, तब से आरोपी फरार है। बताया जा रहा है कि 24 अगस्त को आरोपी ने हाईकोर्ट में जमानत लगाई है।
2500 करोड़ रुपये के इस घोटाले में अब तक शिमला कोर्ट में चौथी चार्जशीट दायर की जा चुकी है। पहली चार्जशीट दिसंबर 2023 में दायर की गई थी। इसके बाद दूसरी जनवरी 2024, तीसरी मार्च 2024 और अब जुलाई 2024 में चौथी चार्जशीट दायर हुई है। इस घोटाले में अब तक 25 आरोपियों की करीब 40 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इनमें आरोपी सुभाष, हेमराज, अभिषेक और सुखदेव और अन्य एजेंट शामिल हैं। बता दें कि इन चारों पर आरोप है कि इन्होंने हिमाचल के लोगों को ठगने का जाल बुना। निवेशकों को जोड़ने वाले एजेंटों को मोटी कमीशन दी जाती थी।
बताते चलें कि एसआईटी की मानें तो ठगी का खेल वर्ष 2018 से चल रहा था। शुरुआत में आरोपियों ने कई लोगों को निवेश के 11 माह बाद पैसे डबलकर भी दिए। इसके बाद जब लोगों को तीन साल बाद पैसे नहीं मिले तो पीड़ित पुलिस में शिकायतें करने लगे। एसआईटी के मुताबिक मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां होनी हैं। आरोपियों से पूछताछ जारी है। गिरफ्तारी के डर से कई आरोपी भूमिगत हुए हैं। कई एजेंटों ने गिरफ्तारी के डर से लोगों को पैसा लौटाना भी शुरू कर दिया है। आरोपियों ने हिमाचल के अलावा पंजाब, हरियाणा के लोगों को भी ठगा है। मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़ में इनकी संपत्तियां हैं।
वहीं, एसआईटी प्रमुख और डीआईजी उत्तरी रेंज अभिषेक दुल्लर ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले के मुख्य आरोपी सुभाष ने अपने दोस्त जुनेजा के खाते में 40 लाख रुपये डाले थे। इस राशि को सीज कर दिया है। तफ्तीश जारी है। अभी कई और गिरफ्तारियां होंगी।