क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर लोगों को करोड़ों का लगाया चूना, 45 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में एसआईटी ने शिमला कोर्ट में चौथी चार्जशीट पेश कर दी है। इसमें 45 आरोपियों के खिलाफ 3,100 पन्नों की चार्जशीट दायर की गई है। इसमें हिमाचल के 15 और बाहरी राज्यों के 30 आरोपी शामिल हैं। अब तक इस मामले में 70 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी है। पहली चार्जशीट वर्ष 2023 दिसंबर में पेश की गई थी। इसके बाद दूसरी जनवरी 2024, तीसरी मार्च 2024 और अब जुलाई 2024 में चौथी चार्जशीट दायर हुई है।
करीब 2,500 करोड़ रुपये के घोटाले में अब तक 25 आरोपियों की करीब 40 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इनमें आरोपी सुभाष, हेमराज, अभिषेक और सुखदेव और अन्य एजेंट शामिल हैं। बता दें कि इन चारों पर आरोप है कि इन्होंने हिमाचल के लोगों को ठगने का जाल बुना। निवेशकों को जोड़ने वाले एजेंटों को कमीशन दी जाती थी। उधर, क्रिप्टोकरंसी ठगी मामले में कोलकाता में पकड़े गए आरोपी मिलन गर्ग को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। वह मुख्य आरोपी सुभाष का कामकाज देखता था। यह आरोपी भी कई लोगों को चूना लगा चुका है।
वहीं, एसआईटी प्रमुख और डीआईजी उत्तरी रेंज अभिषेक दुल्लर ने बताया कि एसआईटी की मानें तो ठगी का खेल वर्ष 2018 से चल रहा था। शुरुआत में आरोपियों ने कई लोगों को निवेश के 11 महीने के बाद डबल पैसे भी दिए। इसके बाद में जब लोगों को तीन साल बाद पैसे नहीं मिले तो पीड़ित पुलिस में शिकायतें करने लगे। एसआईटी के मुताबिक मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां होनी हैं। आरोपियों से पूछताछ जारी है। गिरफ्तारी के डर से कई आरोपी भूमिगत हो गए हैं, जबकि कई एजेंटों ने गिरफ्तारी के डर से लोगों को पैसा लौटाना भी शुरू कर दिया है। आरोपियों ने हिमाचल के अलावा पंजाब, हरियाणा के लोगों को भी ठगा है। मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़ में इनकी संपत्तियां हैं। कोलकाता से गिरफ्तार आरोपी पांच दिन की पुलिस रिमांड में 45 आरोपियों के खिलाफ चौथी चार्जशीट कोर्ट में दायर कर दी है। मामले की तफ्तीश जारी है। अभी कई और आरोपी गिरफ्त में होंगे।