बिजली बोर्ड कर्मचारियों की मांगों पर 18 नवंबर को होगी त्रिपक्षीय बैठक, निकालेंगे मांगों का समाधान
पोल खोल न्यूज़। शिमला
हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड कर्मचारियों की मांगों पर 18 नवंबर को त्रिपक्षीय बैठक होगी। सोमवार को ऊर्जा सचिव राकेश कंवर और संयुक्त मोर्चा के बीच सचिवालय में हुई बैठक में विभिन्न मांगों पर मंथन हुआ। बैठक में सहमति बनी कि 18 नवंबर की बैठक में सरकार, बिजली बोर्ड प्रबंधन और संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी मिलकर मांगों का समाधान निकालेंगे। फिलहाल मांगों के पूरा होने तक संयुक्त मोर्चा का वर्क टू रूल जारी रहेगा। कर्मचारी और अभियंता सुबह नौ से शाम छह बजे तक ही सेवाएं देंगे। उपभोक्ताओं की केवाईसी को लेकर शुरू किया गया काम भी बोर्ड कर्मचारी अभी नहीं करेंगे। सोमवार को संयुक्त मोर्चा के संयोजक लाेकेश ठाकुर और सहसंयोजक हीरालाल वर्मा ने ऊर्जा सचिव राकेश कंवर के साथ सचिवालय में बैठक की।
बैठक बोर्ड प्रबंधन के साथ प्रस्तावित थी, लेकिन प्रबंध निदेशक संदीप कुमार के शिमला में नहीं होने के चलते ऊर्जा सचिव ने स्वयं मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान सभी मांगों पर विस्तार से चर्चा की गई। सहसंयोजक हीरालाल वर्मा ने बताया कि 6 नवंबर को मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में बोर्ड प्रबंधन को संयुक्त मोर्चा के साथ बैठक करने और मुद्दों को हल करने का निर्देश दिया गया था। अब 18 नवंबर को सचिव (विद्युत), मुख्यमंत्री के सचिव और बोर्ड प्रबंधन के साथ त्रिपक्षीय बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा प्रदेश के लोगों के लिए सेवाओं की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सरकार और प्रबंधन के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दें कि संयुक्त मोर्चा ने 51 पदों को समाप्त करने के निर्णय की समीक्षा करते हुए इन्हें बहाल किया जाए।
– 81 आउटसोर्स ड्राइवरों की सेवाएं समाप्त करने के निर्णय को वापस लिया जाए।
– बिजली बोर्ड कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली (ओपीएस) को तत्काल लागू किया जाए।
– ट्रांसमिशन विंग को बोर्ड से ट्रासंमिशन कारपोरेशन में स्थानांतरित करने के प्रस्ताव को रोका जाए।
– कार्यबल को मजबूत करने और राज्य में उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाली वितरण सेवा सुनिश्चित करने के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो। यह प्रमुख मांगें उठाई हैं।