
हिमाचल में जंगल राज: कानून व्यवस्था ध्वस्त: राजेंद्र राणा
पोल खोल न्यूज़ | हमीरपुर
सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है और सरकार पुलिस तंत्र का इस्तेमाल अपने व्यक्तिगत एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कर रही है।
राजेंद्र राणा ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो का हवाला दिया, जिसमें युद्धवीर बैंस नाम का एक व्यक्ति अपनी जान को खतरा बताते हुए कुछ लोगों द्वारा पीछा किए जाने का आरोप लगा रहा है। वीडियो में बैंस ने पीछा करने वालों की गाड़ी का नंबर भी दिखाया है, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
राजेंद्र राणा ने कहा कि यह घटना प्रदेश में कानून और सुरक्षा तंत्र की विफलता को उजागर करती है। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश सरकार का ध्यान जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय अपनी आलोचना करने वालों को दबाने में लगा हुआ है। राणा ने आरोप लगाया कि अगर कोई पत्रकार सच्चाई उजागर करने के लिए खबर लिखता है, तो उसके खिलाफ तत्काल FIR दर्ज कर दी जाती है। वहीं, अगर कोई बेरोजगार युवक अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश करता है, तो उसे पुलिस के जरिए डराया और दबाया जाता है।
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ऑडियो मामले पर चुप्पी क्यों?
राजेंद्र राणा ने कुछ महीने पहले युद्धवीर बैंस द्वारा जारी किए गए ऑडियो का मुद्दा भी उठाया, जिसमें लाखों के लेनदेन का खुलासा किया गया है। ऑडियो में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उन पर सरकार द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर राणा ने सुक्खू सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यह साफ दिखाता है कि सरकार भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है।
हिमाचल की साख पर खतरा
राजेंद्र राणा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश को पूरे देश में उसकी शांति, संस्कृति, और कानून व्यवस्था के लिए जाना जाता है। लेकिन सुक्खू सरकार के कार्यकाल में लगातार हो रही घटनाओं ने प्रदेश की इस पहचान को धूमिल कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार की विफलताएं हिमाचल को बदनाम करने पर तुली हैं और जनता में भय का माहौल पैदा हो गया है।
राजेंद्र राणा ने सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही प्रदेश में कानून व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया गया और जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो सड़कों पर उतरकर इस जंगल राज का विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार को याद रखना चाहिए कि जनता सब देख रही है और आने वाले समय में इसका जवाब जरूर देगी।