
भारत में भूकंप: लगातार झटकों से बढ़ी चिंता, क्या मंडरा रहा है बड़ा खतरा?
पोल खोल न्यूज़ | नई दिल्ली
पिछले 10 दिनों में भारत के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। दिल्ली, लद्दाख, बिहार, असम, हिमाचल प्रदेश और कोलकाता समेत कई इलाकों में 5.0 या उससे कम तीव्रता के भूकंप दर्ज किए गए हैं।
असम में आज फिर कांपी धरती
27 फरवरी की सुबह असम के मोरीगांव जिले में रिक्टर स्केल पर 5.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिससे लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। इस झटके का असर बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान और चीन तक महसूस किया गया।
दिल्ली-एनसीआर, लद्दाख और बिहार में भी भूकंप
- 17 फरवरी: दिल्ली-एनसीआर में 4.0 तीव्रता का भूकंप सुबह महसूस किया गया।
- 25 फरवरी: बंगाल की खाड़ी में 5.1 तीव्रता के भूकंप के कारण कोलकाता में झटके महसूस किए गए।
- 26 फरवरी: म्यांमार में 3.1 तीव्रता का भूकंप आया।
- 23 फरवरी: हिमाचल प्रदेश के मंडी में 3.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ।
- 21 फरवरी: बिहार के सिवान में भी भूकंप के झटके आए।
- लद्दाख: 3.5 तीव्रता का भूकंप 5 बजकर 36 मिनट पर दर्ज हुआ।
लगातार भूकंप क्यों आ रहे हैं?
वहीं, भूवैज्ञानिकों के अनुसार, लगातार आ रहे भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल के कारण हो रहे हैं। भारत यूरेशियन प्लेट और भारतीय प्लेट के मिलन बिंदु पर स्थित है, जहां हलचल बढ़ने से भूकंप की घटनाएं बढ़ जाती हैं।
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पिछले 10 दिनों में लगातार झटकों ने भूकंप की बढ़ती गतिविधि की ओर इशारा किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह छोटे झटके किसी बड़े भूकंप की चेतावनी भी हो सकते हैं। हाल ही में नेपाल, तुर्की और जापान में भी भूकंप की तीव्र घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिससे इस संभावना को बल मिलता है।
भारत में लगातार भूकंप की घटनाएं चिंता बढ़ा रही हैं। वहीं, विशेषज्ञों की मानें तो भविष्य में अधिक तीव्रता के भूकंप आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में सतर्कता और सुरक्षा उपाय अपनाना बेहद जरूरी है।
सतर्कता और सुरक्षा जरूरी
- भूकंप के दौरान सुरक्षित स्थान पर जाएं।
- खुले मैदान या मजबूत संरचनाओं में शरण लें।
- घर में भारी सामान को अच्छी तरह से बांधकर रखें।
- भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स (झटकों) के लिए तैयार रहें।