
गादेन फोडरंग ट्रस्ट लेगा अगले दलाई लामा पर फैसला, धर्मगुरुओं ने लिया फैसला
पोल खोल न्यूज़ | धर्मशाला
तिब्बती बौद्ध धर्मगुरुओं ने 15वें दलाई लामा के पुनर्जन्म को लेकर चीन के हस्तक्षेप का कड़ा विरोध किया। बता दें कि धर्मगुरुओं ने स्पष्ट किया है कि दलाई लामा की संस्था जारी रहेगी और अगले दलाई लामा के पुनर्जन्म का निर्णय दलाई लामा कार्यालय (गादेन फोडरंग ट्रस्ट) ही करेगा। पुनर्जन्म में चीन का दखल मंजूर नहीं। हालांकि, धर्मगुरुओं ने कहा कि पुनर्जन्म को लेकर क्या प्रक्रिया अपनाई जाएगी, यह बाद में तय होगा। 14वें दलाई लामा तेंजिन ग्यात्सो उर्फ ल्हामा थोंडुप अभी हम सबके बीच हैं, वह बिल्कुल स्वस्थ हैं और वह दावा कर चुके हैं 130 वर्ष तक जीवित रहेंगे।
सर्वसम्मति के साथ सम्मेलन शुक्रवार को संपन्न हो गया। निर्वासित तिब्बती संसद के अध्यक्ष खेंपो सोनम तेनफेल और प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित किया। वहीं, बौद्ध भिक्षु लिंग रिंपोछे ने कहा कि यह मुख्य रूप से दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर निर्भर करता है कि वह इस परंपरा एवं संस्था को कैसे आगे बढ़ाएंगे। सम्मेलन में तिब्बती संस्कृति और धर्म के सुधार के बारे में चर्चाएं भी हुईं, लेकिन एकदम दलाई लामा के उत्तराधिकार से संबंधित कोई चर्चा नहीं हुई, अभी कोई जल्दी नहीं है और दलाई लामा बहुत अच्छे स्वास्थ्य में हैं।
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रिंपोछे ने कहा कि चीन एक बड़ा देश है और उसे नास्तिक की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महासचिव जंगचुप चोएडेन रिंपोछे ने कहा कि तीन दिवसीय तिब्बती धार्मिक सम्मेलन बहुत ही फलदायी रहा और हमने बहुत सी चीजें हासिल कीं। महत्वपूर्ण बात यह है कि दलाई लामा संस्था और गादेन फोंडरंग ट्रस्ट की निरंतरता बरकरार रहेगी। पुनर्जन्म के बाद की प्रक्रिया अभी सामने आनी बाकी है, इस पर यहां चर्चा नहीं की गई है। पंचेन रिंपोछे के साथ जो हो रहा है, हम उसे देख रहे हैं। इसने कुछ हद तक चीन की सरकार को जवाब दिया है।
वहीं, सिक्योंग पेंपा सेरिंग ने कहा कि यदि चीन भविष्य में किसी भी तरह से दलाई लामा के उत्तराधिकारी की नियुक्ति की कोशिश करता है तो तिब्बती समुदाय उसके किसी भी विकल्प को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन के बाद प्रमुख लामाओं सहित प्रतिभागी लोग दलाई लामा के निवास पर गए। दलाई लामा ने उनसे बात की।
15वीं तिब्बती धार्मिक नेताओं के सम्मेलन के आठवें सत्र में दलाई लामा ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि तिब्बत के तीनों प्रांतों के लोग एकजुट हैं। मुझे इन एकजुट लोगों का नेता माना जाता है। उन्हें निर्वासन में आए हुए कई साल बीत चुके हैं और तिब्बती लोग अतुलनीय रूप से मजबूत रहे हैं। निर्वासन में रहने के बावजूद हमने अपने नेतृत्व में अपने धर्म और संस्कृति को बनाए रखने के लिए वास्तव में अच्छा काम किया है। दलाई लामा ने कहा कि अपने और दूसरों के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए बोधिचित्त की जागृति विकसित करते रहेंगे। बोधिचित्त वह है, जो दूसरों के लिए काम करने का साहस देता है। अब तक हम बिना हिम्मत हारे खुद को पूरी तरह से दृढ़ तरीके से संचालित करने में सक्षम रहे हैं। हम सभी अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। दलाई लामा ने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी दृढ़ता और साहस के साथ इस जिम्मेदारी को निभाया है। धर्म भाइयों और बहनों, लामाओं और मठवासियों पर तिब्बती बौद्ध परंपरा को संरक्षित करने की जिम्मेदारी है। अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखें।