रजनीश शर्मा । हमीरपुर
क्या आपको भी अस्पताल (Hospital) में लंबी लाइन में लगना पड़ता है? क्या आप भी अपनी बीमारी से जुड़े पुराने कागजात संभालते-संभालते परेशान हो गए हैं? अगर आप इन सब परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको अपना आभा कार्ड (ABHA Card) बनवा लेना चाहिए। जान लें कि आभा कार्ड को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत लॉन्च किया गया है। आभा कार्ड बनवाने पर आपको 14 अंकों का नंबर मिलता है, जैसे आधार कार्ड में नंबर मिलता है, ये वैसा ही होता है. आभा कार्ड के 14 अंकों के नंबर में आपकी हेल्थ से जुड़ा सारा डेटा हता है. ये एक तरह से आपका हेल्थ आईडी कार्ड होता है. आइए जानते हैं कि आभा कार्ड आप कैसे बनवा सकते हैं और इससे आपको क्या-क्या फायदे मिलेंगे।
बारी में हेल्थ डिपार्टमेंट ने बनाए आभा / आयुष्मान कार्ड
इसी कड़ी में टौणी ब्लॉक के बारी में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने लोगों के आभा कार्ड बनाए। इसके अलावा कुछ लोगों के आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए।
इस मौके पर आशा वर्कर पूनम कुमारी , फीमेल हेल्थ वर्कर राज कुमारी
सीएचओ शिल्पा चंदेल ने बताया कि आभा कार्ड किस तरीके से लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं।
आभा कार्ड के लाभ
आभा कार्ड बन जाने पर आपको डॉक्टर के पास अपनी बीमारी के पुराने कागजात नहीं ले जाने पड़ेंगे। आभा कार्ड देखकर डॉक्टर बता पाएगा कि आपने कहा-कहां पर इलाज कराया है? आपको कौन सी पुरानी बीमारियां हैं? आपने क्या दवा खाई? आभा कार्ड का फायदा ये भी है कि 10 साल भी आप देख पाएंगे कि आपने क्या-क्या दवाइयां खाईं? इससे डॉक्टरों को आपका इलाज करने में मदद मिलेगी।