रजनीश शर्मा । हमीरपुर
हिमाचल की चार लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने माथापच्ची इस बार जल्दी ही शुरू कर दी है। जिला और ब्लॉक स्तर पर बैठकों के अलावा कांग्रेस हाई कमान भी इस बार हिमाचल की सत्तारूढ़ कांग्रेस से चारों सीटों को जीतने की उम्मीद पाले हुए है। राम लहर और मोदी फैक्टर के आगे कांग्रेस कितना कामयाब होती है यह तो वक्त ही बताएगा।
जीते तो वाह – वाह, हारे तो किरकिरी
फिलहाल हिमाचल प्विधान सभा की 40 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस काबिज है और भाजपा 25 पर जबकि 3 सीटों पर निर्दलीय विधायक हैं। लोकसभा की चार सीटों पर भाजपा 3 और कांग्रेस 1 सीट पर काबिज है। राज्यसभा की तीन सीटों पर जेपी नड्डा की सीट खाली हो रही है जबकि अन्य दो सीटें भाजपा के पास है। लोकसभा चुनावों में यदि कांग्रेस दो – दो पर भी फाइनल छोड़ती है तो गनीमत होगी।
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चंद्र कुमार, विक्रमादित्य, शांडिल, राजेंद्र राणा, सुधीर, विनय, सुल्तानपुरी और लखनपाल के नाम आगे
हिमाचल की चार लोक सभा सीटों के लिए कांग्रेस ने जो पैनल बनाने की शुरुआत की है उनमें पांच विधायकों और तीन मंत्रियों के नाम प्रमुखता से आगे किए गए हैं। हमीरपुर सीट से दो जीते हुए कांग्रेसी विधायक राजेंद्र राणा और इंद्र दत्त लखनपाल का नाम आगे लाया गया है जबकि ऊना से पूर्व विधायक सतपाल रायजादा का नाम भी जोड़ा गया है।
कांगड़ा सीट पर मंत्री पद पर आसीन चंद्र कुमार के अलावा धर्मशाला के विधायक सुधीर कुमार का नाम आगे किया गया है। मंडी सीट पर कैबिनेट मंत्री, विक्रमदित्य सिंह, सांसद प्रतिभा सिंह और पूर्व मंत्री कौल सिंह का नाम कांग्रेस सीट के प्रत्याशी के रूप में आगे लाया गया है। शिमला रिजर्व सीट से कैबिनेट मंत्री धनी राम शांडिल, विधायक विनय कुमार और विधायक सुल्तानपुरी का नाम आगे आया है। यदि इनमें से कांग्रेस चार को टिकट देती है और कांग्रेस चारों लोकसभा सीटें भी जीत जाए तो इसी साल विधानसभा के चार उपचुनाव भी सुनिश्चित हो जायेंगे। कुल मिलाकर अगर कांग्रेस जीतती है तो वाह वाह और हारती है तो किरकिरी।