
हमीरपुर। Diksha Thakur
डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज में अब दिल के मरीजों का इलाज होगी। मरीजों की इकोकार्डियोग्राम मशीन से जांच शुरू हो गई है। इसके लिए मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञों को आईजीएमसी में प्रशिक्षण दिया गया है। इकोकार्डियोग्राम मशीन से हृदय को क्षति, हृदय को रक्त की आपूर्ति, हृदय विफलता, हृदय के चारों ओर सही दबाव में पर्याप्त रक्त पंप संचालन, जन्मजात हृदय रोग, जन्म दोष आदि की जांच की जाती है। इकोकार्डियोग्राम दिखाने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग किया जाता है कि हृदय और हृदय वाल्वों के माध्यम से रक्त कैसे बहता है।
परीक्षण के दौरान छाती और कभी-कभी पैरों से जुड़े सेंसर हृदय की लय की जांच की जाती है। इससे पहले यहां पर मशीन तो थी लेकिन चिकित्सकों को इसके लिए प्रशिक्षण नहीं था। इससे मरीजों को टांडा और आईजीएमसी के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ता था। अब मरीजों के हृदय का इलाज हमीरपुर में ही हो रहा है। अभी तक 100 से भी अधिक मरीजों का इलाज इस मशीन में जांच के बाद किया गया है। मरीजों सुमित्रा, विजय, मानव शर्मा, त्रिलोक चंद आदि ने कहा कि मेडिसिन विभाग में चिकित्सकों की ओर से बेहतरीन इलाज किया जा रहा है। इस बारे में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रमेश भारती ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में अब इकोकार्डियोग्राम मशीन से भी जांच की जा रही है।