भाजपा को देहरा, हमीरपुर नालागढ़ में भितरघात की आशंका, नरेंद्र, धवाला और हरप्रीत के रवैये से टेंशन में भाजपा
भाजपा के पुराने नेताओं में खुलकर सामने आई नाराजगी
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
हमीरपुर सहित नालागढ़ और देहरा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा को भीतरघात का डर सता रहा है। अब मतदान को कुछ घंटे ही बचे हैं । उधर कांग्रेस को तीनों सीटों पर लंबे समय से जीत हाथ नहीं लगी है और उपचुनावों को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया गया है। छः में से चार उपचुनाव की सीटें जीत कांग्रेस सैफ पोजिशन में है। भाजपा सुजानपुर , कुटलैहड़ , गगरेट और लाहुल स्पीति की सीटें भीतरघात के चलते पहले ही गंवा चुकी है।
कांग्रेस के लिए सुखद स्थिति यह है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस को भीतरघात का ज्यादा डर नहीं है। मगर तीनों सीटों पर कांग्रेस को कई सालों से सत्ता नहीं मिल पाई है। देहरा में तो कांग्रेस एक बार भी चुनाव नहीं जीती। हमीरपुर सीट पर आखिरी बार 2007 में कांग्रेस जीती थी। इसके बाद लगातार तीन चुनाव में कांग्रेस की हार हुई है।
हमीरपुर में भी बीजेपी को भीतरघात का डर है। निर्दलीय एवं पूर्व विधायक आशीष शर्मा को टिकट देने से बीजेपी के कई नेता अंदरखाते नाराज है। आशीष शर्मा यदि बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतते हैं तो पूर्व विधायक नरेंद्र ठाकुर समेत युवा भाजपा नेताओं के कई साल तक चुनाव लड़ने के सपने पर पानी फिर सकता है। इससे पार्टी को यहां भी भीतरघात का डर है। पिछले तीन दिन के घटनाक्रमों से हमीरपुर भाजपा में दरारें दिखना शुरू हो गई हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं तथा अपने समर्थकों सहित मतदाताओं पर भरोसा जताया है।