प्रशासन से नहीं मिली मदद तो पंचायत प्रधान ने अपने पैसों से बनवाया झूला पुल
पोल खोल न्यूज़ | कुल्लू
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते मलाणा में बादल फट गया, जिसके चलते इलाके में भारी नुकसान हुआ है। वहीं, मणिकर्ण घाटी के तीन गांवों बलाधी, फागटा, पोहल का भी संपर्क जिला मुख्यालय में कट गया था, जिसके कारण यहां पर 5 दिन से किसी तरह की भी आवाजाही नहीं हो पा रही थी। ऐसे में ग्रामीणों ने आपस में मिलकर यहां पर एक झूला पुल का निर्माण किया है।
ग्राम पंचायत जां के प्रधान नीरज शर्मा ने बताया कि मैंने अपनी निजी राशि से 50 हजार रुपए खर्च करके एक झूला पुल नदी के आर पार जाने के लिए यहां पर लगाया है। जिससे ग्रामीणों को यहां आने-जाने में सुविधा मिल रही है। यहां पर पुल बह जाने से लोगों को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और जरूरी सामान सहित दवाइयां भी गांव में खत्म हो गई थी। ऐसे में अब यहां लगाए गए झूले से लोग भी आर पार आ-जा रहे हैं। वहीं, आवश्यक वस्तुओं को भी गांव तक पहुंचाया जा रहा है।
प्रधान नीरज शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की मदद न मिलने के चलते उन्होंने अपने निजी राशि से यहां पर झूला पुल का निर्माण करवाया है। ग्रामीणों ने और उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि यहां पर जल्द से जल्द पुल का निर्माण किया जाए, ताकि ग्रामीणों को आवाजाही की सुविधा मिल सके। गौरतलब है कि मलाणा में डैम के क्षतिग्रस्त होने के बाद नदी किनारे लगती भूमि व मकानों को भी खासा नुकसान पहुंचा है। ऐसे में यहां पर झूला पुल के निर्माण के बाद ग्रामीणों को काफी राहत मिली है।