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हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में तुगलकी फरमान वापस ले प्रशासन : दीपक शर्मा
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कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता बोले – रिटायर्ड -टायर्ड अधिकारी मनमानी कर रहे हैं
पोल खोल न्यूज़ | हमीरपुर
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज जो कि मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है उसमें प्रशासनिक अव्यवस्था ने हाल बेहाल कर रखा है। मनमाने तरीके से फैसले लिए जा रहे हैं। व्यक्तिगत लाभ देने के उद्देश्य से व्यवस्था को तहस नहस कर दिया गया है। यह सब ऐसे अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है जिनकी सरकारी नौकरी में रहते हुए भूमिका संदिग्ध और विवादास्पद रही है। यह बात अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय समन्वयक दीपक शर्मा ने आज एक प्रैस विज्ञप्ति में कही।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अथक संघर्ष और मेहनत से हिमाचल में कांग्रेस की सरकार स्थापित हुई लेकिन दुर्भाग्य से चंद जुगाड़ू नौकरशाह ऐसे संस्थानों में बैठ गए जिनका उद्देश्य सेवा करना नहीं बल्कि मेवा खाना है। ऐसा ही हाल हमीरपुर मेडिकल कालेज में हो चुका है।दीपक शर्मा ने कहा कि अस्पताल में आए तीमारदारों से प्रवेश करने का सौ रुपए वसूलना अस्पताल प्रशासन के कुप्रबंधन को दर्शाता है । कांग्रेस नेता ने कहा कि अस्पताल में कोई शौक से घूमने फिरने नहीं आता है,बल्कि मजबूरी में आता है,ऐसे में ऐसे तुगलकी फरमान नाजायज और अव्यवहारिक हैं।दीपक शर्मा ने कहा कि अस्पताल भवन खंडहर बन चुका है।
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जगह जगह भवन में पेड़ पौधे उग आए हैं। शौचालयों की हालात इतनी खराब है कि बिजली नहीं है,लोगों को मोबाइल से लाइट जला कर जाना पड़ रहा है। लेकिन इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है।दीपक शर्मा ने कहा कि अस्पताल की गतिविधियों बारे काफी समय से विभिन्न विषयों को लेकर शिकायतें आ रही थीं। उन्होंने कहा कि वह इस बारे विस्तृत रूप से स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत पत्र लिख कर अवगत करवाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर अस्पताल प्रशासन ने इसी तरह जनविरोधी रवैया रखा तो हम अस्पताल प्रशासन के खिलाफ विरोधी रुख अपनाने पर मजबूर होंगे।