
संजौली मस्जिद विवाद पर हिंदूवादी संगठनों का प्रदर्शन, हर जगह पुलिस का पहरा
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद विवाद के चलते क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण है। संजौली में आज धारा 163 लागू की गई है। शिमला के संजौली स्थित मस्जिद में अवैध निर्माण के विरोध में आज 11:00 बजे हिंदूवादी संगठन प्रदर्शन और रैली निकालेंगे। प्रदेश की सभी छह बटालियन को संजौली में तैनात किया गया है।संजौली के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। संजौली को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है। एक जगह पर पांच या पांच से ज्यादा लोगों को इकट्ठे होने की मनाही है।
लोग पैदल चलने को मजबूर
संजौली बाजार में बसों की आवाजाही बंद होने से लोग पैदल चलने को मजबू हैं। ढली टनल से आईजीएमसी, लक्कड़ बाजार और छोटा शिमला की तरफ सैकड़ों लोग आवाजाही कर रहे हैं। लोगों की असुविधा को देखते हुए बैरिकेड को थोड़ी देर के लिए हटाया गया, जिससे फंसे हुए वाहन बाहर निकल सके।
मस्जिद परिसर में पुलिस का पहरा
संजौली में स्थिति आज सुबह से बहुत तनावपूर्ण बनी हुई है, मस्जिद के आसपास पुलिस बटालियन कड़ा पहरा दे रही है। संजौली में सड़कों पर लोगों को खड़े होने नहीं दिया जा रहा है। जो लोग अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं, उन्हें सीधा जाने को कहा जा रहा है। मस्जिद जाने वाले रास्तों पर चार-चार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं, मस्जिद परिसर में भी पुलिस बल तैनात किया गया है। अगर कोई भी हंगामा होता है या फिर हिंदू संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया जाता है, तो उसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयार है, ताकि किसी भी तरह की कोई भी अप्रिय घटना न हो।
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शिमला एक शांत और पर्यटन केंद्रित स्टेशन, गलत संदेश नहीं जाना चाहिए: जनारथा
कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि शिमला एक शांत और पर्यटन केंद्रित स्टेशन है। बच्चे स्कूल और कॉलेजों में पढ़ रहे हैं। इससे गलत संदेश नहीं जाना चाहिए। यह जरूरी है कि इस मुद्दे को जल्द से जल्द सरकार के हस्तक्षेप से सुलझाया जाए। जहां तक मस्जिद का सवाल है, कार्रवाई की जा रही है। कोर्ट का फैसला सभी को स्वीकार्य होना चाहिए। कोर्ट अपना काम कर रहा है और हम उसे किसी भी तरह से मजबूर नहीं कर सकते। मैं किसी खास समुदाय की बात नहीं कर रहा हूं, लेकिन यहां बहुत सारे अनधिकृत विक्रेता हैं और उनकी जांच होनी चाहिए। एक नीति बनाई जानी चाहिए।
हिमाचल एक शांतिपूर्ण राज्य: जयराम
संजौली मस्जिद के निर्माण मामले पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल एक शांतिपूर्ण राज्य है और यहां कभी भी किसी समुदाय को लेकर तनाव नहीं रहा है, लेकिन स्थिति उसी दिशा में बढ़ रही है। हाल ही में हुई घटना के कारण स्थिति और खराब हो गई है। हमने एक नीति बनाई है कि सभी रेहड़ी-फड़ी वालों का स्वागत है, लेकिन उन्हें पहचान पंजीकरण और सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना होगा। कांग्रेस ने पिछले 20 महीनों से यह गतिविधि बंद कर दी है। सड़कों पर ऐसे लोग भरे पड़े हैं, जिनके बारे में कोई नहीं जानता कि वे कौन हैं और कहां से आए हैं। कानून-व्यवस्था बनाए रखना मौजूदा सरकार की जिम्मेदारी है। उनके मंत्री ने विधानसभा में (मस्जिद) मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यहां बहुत सारे रोहिंग्या और बांग्लादेशी आए हैं। इस पर उन्हें डांटा गया, लेकिन अगर उन्होंने अपने क्षेत्र से कोई मुद्दा उठाया है जिसमें सच्चाई है, तो हम इस पर आंखें मूंद नहीं सकते।
हिंदू संगठनों की चेतावनी
सदन में उठा था ये मुद्दा
गौरतलब है कि रविवार 1 सितंबर को संजौली में मस्जिद के बाहर जोरदार प्रदर्शन हुआ था, जिसमें प्रदर्शनकारी अवैध बनी मस्जिद को तोड़ने की मांग पर अड़े थे। उसके बाद प्रशासन ने मौके पर लोगों को आश्वासन दिया था। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने भी सदन में ये मुद्दा उठाया था और अवैध भवन को हटाने की बात कही थी।