आज से फिर शुरू होंगी साहसिक गतिविधियां, बिलासपुर में कर सकेंगे क्रूज की सवारी
पोल खोल न्यूज़ | बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश में दो महीने के बाद साहसिक गतिविधियां सोमवार से फिर शुरू हो जाएंगी। वहीं, जिला बिलासपुर की गोबिंदसागर झील में सैलानी पहली बार हाईस्पीड स्टीमर और जेटी का आनंद ले सकेंगे। यह सुविधा एक-दो दिन में शुरू हो जाएगी। इसी झील में करीब 10 दिन बाद 60 सीटर क्रूज चलना भी शुरू हो जाएगा। इसके अलावा पर्यटक कुल्लू की ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग और बीड़ बिलिंग, बंदला सहित अन्य साइट पर पैराग्लाइडिंग का मजा ले सकेंगे।
गोबिंद सागर झील को बिलासपुर के कंदरौर से भाखड़ा बांध के 15 किलोमीटर पीछे तक वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के लिए अधिसूचित किया गया है। बिलासपुर प्रशासन ने एक कंपनी को स्टीमर, क्रूज, जेटी आदि को व्यावसायिक रूप से चलाने के लिए टेंडर किया है। कंपनी के स्टीमर, जेटी झील में पहुंच गए हैं। आगामी पांच दिनों में 60 सीट वाला क्रूज भी विशाखापट्टनम से बिलासपुर पहुंच जाएगा। कंपनी के अधिकारियों के अनुसार करीब 10 दिन बाद क्रूज को झील में उतार दिया जाएगा। प्रदेश में यह पहला मौका होगा, जब गोवा की तरह पर्यटक यहां भी क्रूज का आनंद ले सकेंगे। जेटी, स्टीमर और क्रूज का संचालन किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर गोबिंद सागर झील पर बने मंडी भराड़ी पुल के पास से किया जाएगा। फोरलेन से आने वाले पर्यटक इस जगह पर आसानी से पहुंच सकेंगे।
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जानकारी के लिए बता दें कि बरसात के मौसम में अनहोनी से बचने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से 15 जुलाई से 15 सितंबर तक साहसिक गतिविधियां पर रोक लगाई गई थी। पाबंदी खत्म होने के बाद पर्यटक स्थलों पर साहसिक गतिविधियां सुचारू रूप से चलना शुरू हो जाएंगी। इसके लिए ऑपरेटरों ने तैयारी कर ली है। इन गतिविधियों से पर्यटन स्थलों में एक बार फिर से रौनक बढ़ेगी। पर्यटन व्यवसाय भी गति पकड़ेगा।
पर्यटन विभाग (मंडी जोन) के जन सूचना अधिकारी रितेश पटियाल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में साहसिक गतिविधियों पर दो माह से लगाई गई पाबंदी सोमवार खत्म हो जाएगी। जिन ऑपरेटरों ने पर्यटन विभाग के पास पंजीकरण कराया है, वह साहसिक गतिविधियां करा सकेंगे।