-
धांधली या फिर बड़ी चूक : पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित आयुर्वेदिक फार्मेसी ऑफिसर के पेपर में बांट दी बिना ई-ऑप्शन वाली ओएमआर शीट
-
परेशानी में अभ्यर्थी, अब तक न हुआ कोई समाधान, परीक्षा रद्द कर दोबारा करवाने की उठी मांग
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
इसे परीक्षा केंद्र या पब्लिक सर्विस कमीशन की लापरवाही कहा जाए या फिर कोई टेक्निकल चूक जब आयुष विभाग में आयुर्वेदिक फार्मेसी ऑफिसर के पद भरने के लिए आयोजित हुई परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों को गलत ओएमआर शीट्स बांट दी गई। अभ्यर्थियों की चिंता इस लिए भी बढ़ गई है क्योंकि राज्य चयन आयोग के बाद अब पब्लिक सर्विस कमीशन की कार्य प्रणाली पर भी अंगुलियां उठने लग पड़ी है। अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ और बड़ी लापरवाही के बाद प्रदेश सरकार को इस लापरवाही को लेकर कठोर रवैया अपनाना लाजमी हो गया है। यह मामला 14 सितंबर को शिमला में आयोजित परीक्षा के दौरान सामने आया जिसका ऑब्जेक्शन अभ्यर्थियों द्वारा समय रहते कर भी दिया गया। अभी तक पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा इस मामले में हुई गलती का कोई रिलीफ अभ्यर्थियों को न मिलने से वे मानसिक रूप से परेशान हैं। अभ्यर्थियों ने इसमें धांधली की शंका जाहिर करते हुए परीक्षा को रद्द कर दोबारा करवाने की मांग की है।
क्या है सारा मामला
एडवरटाइजमेंट नंबर 1/2-2024 दिनांक 10.02.24 के तहत आयुर्वेदिक फार्मेसी ऑफिसर ( तृतीय श्रेणी ) पोस्ट कोड 1025 के तहत 41 पद भरने के लिए इसी माह 14 सितंबर को शिमला के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा पत्र में प्रश्नों में उत्तरों के पांच ऑप्शन ए , बी, सी, डी और ई थे जबकि उत्तर हल करने को दी गई ओएमआर शीट में उत्तर देने के लिए ई-ऑप्शन ही नहीं था। इस परीक्षा में बैठे प्रभावित अभ्यर्थियों ने अब इस मामले को लेकर शिकायत भेजी है और इस संबंध में आरटीआई से भी जानकारी मांगी है। सोशल साइट्स पर भी अभ्यर्थियों ने यह मामला उठाना शुरू कर दिया है।
ये भी पढ़ें: अब टौणी देवी में फ्री मेगा मेडिकल कैंप 29 सितंबर को: अभिषेक राणा
दोबारा आयोजित हो परीक्षा
अभ्यर्थियों की मांग है कि आयुर्वेदिक फार्मेसी ऑफिसर के पद के लिए आयोजित परीक्षा को दोबारा आयोजित किया जाए । साथ ही मामले की उचित जांच कर कार्रवाई करने की भी मांग उठाई गई है। इसके अलावा कुछ अभ्यर्थियों ने मामले को लेकर आरटीआई के माध्यम से परीक्षा व ओएमआर शीट के संदर्भ में लोक सेवा आयोग से जानकारी मांगी है।
कुसुम लता ने भेजी लिखित शिकायत और मांगी आरटीआई
मंडी की कुसुमा लता ने मामले की शिकायत लिखित लोक सेवा आयोग को भेजी है। शिकायत पत्र में उक्त प्रभावित अभ्यर्थी ने आरोप लगाया कि बीते 14 सितम्बर को आयुर्वेदिक फार्मेसी ऑफिसर के पद के लिए विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में सुबह हुए पेपर-1 में अभ्यर्थियों को ए, बी, सी, डी विकल्प वाली ओएमआर शीट दी गई थी जोकि पुराने पैटर्न की ओएमआर शीट्स थीं। नेगेटिव मार्किंग के चलते अभ्यर्थियों को ई ऑप्शन का उत्तर छोड़ना पड़ा।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बारे में कैप्टन रामेश्वर सिंह ठाकुर चेयरमैन हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। अभ्यर्थियों को जो भी रिलीफ होगा शीघ्र दिया जाएगा।