बलोह पंचायत प्रधान की कार्य प्रणाली को लेकर कुलजीत सिंह ने लगाए गंभीर आरोप, कहा : प्रधान फंसा रही मुझे झूठे केसों में, पुलिस और न्यायालय पर पूरा भरोसा
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
हमीरपुर जिला के तहत बलोह ग्राम पंचायत में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं । अब ताजा घटनाक्रम में पंचायत के ही एक निवासी कुलजीत सिंह पुत्र अनंत राम ने पंचायत प्रधान लता जसवाल पर झूठे केसों में फंसाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि पंचायत प्रधान ने जो आरोप एक खबर में बिना मेरा नाम लिखे लगाए थे वे मुझे बदनाम करने के लिए साजिश के तहत लगाए है। यह केस जो कि 13 सितंबर को हमीरपुर थाना में दर्ज हुआ था यह मेरे ही घर पर हुआ था। मेरे घर पर आकर ही प्रधान ने गाली गलौज किया और मेरे खिलाफ केस दर्ज करवाया । इसका प्रूफ प्रधान ने मेरे घर में फोटो खींच कर दिया हैं।
पुलिस जांच में पूरा भरोसा
कुलजीत सिंह के अनुसार उन्हें पुलिस की जांच और न्यायालय पर पूरा भरोसा है। उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत प्रधान पर जल्दी ही झूठे केसों में फंसाने पर वह 1 से 5 करोड़ रुपए का मानहानि का दावा कर रहे हैं।
प्रधान ने लगाया मेरे चरित्र पर कांटा
उन्होंने कहा कि वह अपने किसी कार्य के लिए पंचायत सचिव के माध्यम से चरित्र प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था जिसमें प्रधान ने बिना कोई रिकॉर्ड वेरिफाई किए नैतिक प्रमाणपत्र को गलत कर काट दिया जिससे कि उनके चरित्र पर दाग लगा दिया।
प्रधान पेशी पर नहीं हो रही हाजिर
उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान ने उनके खिलाफ जो मामला दर्ज करवाया गया था उसे अब ग्राम पंचायत पाँधेड़ को भेज दिया है लेकिन पंचायत प्रधान पेशी में हाजिर नहीं हो रही है। उन्होंने मामले के दौरान पुलिस जांच में गवाहों के बयानों की प्रतियां देते हुए कहा कि पंचायत प्रधान के पक्ष में एक भी गवाह ने गवाही नहीं दी।
किसने उपचुनाव में बांटी शराब , प्रधान सिद्ध करे
कुलजीत सिंह ने कहा कि उनकी पत्नी ने प्रधान के खिलाफ उपचुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान ने उनके चरित्र को लेकर जो टिप्पणियां की है वह निंदनीय है जिसका कानूनी जबाव दिया जा रहा है। उन्होंने सिंपल चुनाव लड़वाया था तथा शराब कबाब और पैसों की छबील लगाने जैसे आरोप प्रधान को सिद्ध करने होंगे।
गंदे इशारे करने का सवाल ही पैदा नहीं होता
कुलजीत ने कहा कि जिस तरह के आरोप प्रधान ने लगाए हैं , प्रधान को उन आरोपों को कोर्ट में प्रूव करना होगा वरना वह एक से पांच करोड़ रुपए की मानहानि का दावा कोर्ट में दायर कर सकता हूं। उन्होंने प्रधान की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब वह एक साल से पंचायत प्रधान लता जसवाल की मौजूदगी में एक बार भी पंचायत घर नहीं गए तो गंदे इशारे करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। पंचायत प्रधान साजिश के तहत बार बार उन्हें पंचायत घर में बुलाती रही लेकिन वह नहीं गए।
इसका प्रमाण यह है कि एक व्यक्ति दिल्ली में रहता है, उसके नाम से प्रधान के पास प्रार्थना पत्र दिया गया और उसके नाम से ही सम्मन जारी किए जाते हैं। उसके बाद उसकी घरवाली से प्रार्थना पत्र लिया गया लेकिन किसी कारण वश मैं हाजिर नहीं हो सका। इसके बाद महिला ने 1100 नंबर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवा दी। आज अपने ही खेतों में गोबर डालने के लिए परमिशन लेनी पड़ती है। सरकार एक तरफ जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है और दूसरी तरफ मुझे अपने ही खेत में गोबर डालने से मना किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह पूरी सच्चाई से यह बात कह रहे हैं और सच्चाई की जीत होगी।
प्रधान ने संभाला था नेता का बूथ और मंच
उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान ने जिस नेता के बारे में मुझे टारगेट करते हुए टिप्पणी की है, वह सरासर गलत है। सच्चाई यह है कि पंचायत प्रधान ने स्वयं विधानसभा चुनाव में उस नेता का बूथ का जिम्मा संभाला और जनसभा में स्टेज सेक्रेट्री के रूप में कार्य किया। मैं और मेरा परिवार पुश्तों से कांग्रेस पार्टी की सेवा करते आए हैं। हमने किसी कर्मचारी या पंचायत प्रधान को नेता का नाम लेकर प्रताड़ित नहीं किया।
समाज में मेरे परिवार का अच्छा है रसूख
उन्होंने कहा कि वह बलोह सोसाइटी के इलेक्टेड मेंबर है तथा उनकी पत्नी महिला मंडल की उप प्रधान हैं। समाज में उनका और उनके परिवार का अपना रसूख है। अब कानूनी लड़ाई आखिरी दम तक लड़ी जाएगी ।
मैं आरोपों पर कायम : लता जसवाल
उधर ग्राम पंचायत बलोह की प्रधान लता जसवाल ने कहा कि वह लगाए गए आरोपों पर कायम है तथा किसी से डरने वाली नहीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधान रहते ऐसा कोई गलत कार्य नहीं किया जिससे डरा जाए। उन्हें भी न्यायाल पर भरोसा है और जो भी गलत होगा उसे सजा मिलेगी।