हिमाचल में कड़ाके की ठंड, नए साल में बदलेगा मौसम
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। रविवार रात को ताबो में पारा माइनस 15.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। इस सीजन में यह सबसे कम पारा दर्ज हुआ है। प्रदेश में धूप खिलने से हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। प्रदेश भर में 227 सड़कें बंद पड़ी हैं।
अटल टनल रोहतांग, जलोड़ी दर्रा और लाहौल जाने वाले सैलानियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। एक जनवरी तक प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहने के आसार हैं। दो जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। दो से पांच जनवरी तक कई जगह बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। रविवार रात मनाली, कल्पा, कुकुमसेरी, भरमौर और समदो में भी पारा माइनस में दर्ज हुआ। सोमवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। मैदानी क्षेत्रों बिलासपुर, सुंदरनगर, मंडी और ऊना के कई क्षेत्रों में सोमवार को सुबह-शाम के समय घना कोहरा छाया रहा।
ये भी पढ़ें:हिमाचल : बीपीएल चयन के बदलेंगे मापदंड, पात्र परिवारों के लिए आयसीमा में हो सकती है बढ़ोतरी
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने इन क्षेत्रों में एक जनवरी तक कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है। जिला कुल्लू में दो हाईवे के साथ 14 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है। लाहौल घाटी में भी करीब 130 सड़कों पर यातायात ठप है। मनाली में दस बिजली ट्रांसफार्मर बंद होने से करीब आठ से 10 गांवों में अंधेरा पसरा है। पठानकोट-भरमौर नेशनल हाईवे खड़ामुख से लेकर भरमौर तक छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल हो गया है। चंबा जोत मार्ग को भी छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। कोहरा पड़ने से सोमवार को ऊना में इस सीजन का सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज हुआ। वहीं, जिला चंबा में 29 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हैं।
प्रदेश में दिसंबर में सामान्य से 36 फीसदी अधिक बारिश हुई। एक से 30 दिसंबर तक प्रदेश में 49.1 मिलीमीटर बारिश हुई। इस अवधि में 36.2 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। इस साल दिसंबर में लाहौल-स्पीति में सामान्य से सात फीसदी कम बारिश हुई।