
एमए पास भी चपरासी बनने के लिए तैयार, चतुर्थ श्रेणी के लिए पहुंचे चार हजार आवेदन
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल प्रदेश में एमए पास युवा भी बेरोजगार है और चपरासी बनने को तैयार हैं। बता दें कि राज्य लोक सेवा आयोग में चतुर्थ श्रेणी के चार पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए चार हजार से अधिक आवेदन आए हैं। राज्य लोक सेवा आयोग दसवीं कक्षा की मेरिट के आधार पर छंटनी करेगा। इसमें दसवीं कक्षा में 80 से 85 फीसदी से ज्यादा नंबर वाले भी आवेदक हैं। जबकि उनमें से कई आवेदकों की शैक्षणिक योग्यता तो एमए भी है और इनके इस परीक्षा में भी अच्छे अंक हैं।
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आवेदकों से आठवीं के प्रमाणपत्रों को भी अपलोड करने को कहा गया था। इसी तरह उनसे दसवीं कक्षा के प्रमाणपत्रों को भी मांगा गया है। दसवीं के प्रमाणपत्रों को जहां आयु प्रमाणपत्र के रूप में पेश किया जाना है, वहीं इनसे मेरिट का भी हिसाब लगाया जाएगा। आयोग ने इसके लिए सात दिसंबर को आवेदन मांगे थे। इनमें से एक अनारक्षित वर्ग, एक अनुसूचित वर्ग, एक अन्य ओबीसी और एक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए रखा गया है।
यह नियुक्ति अनुबंध आधार पर की जानी है। इसके लिए पे-बैंड का स्तर भी 8000-56900 के बीच का रहेगा। चपरासी के इन पदों को भरने के लिए राज्य भर से आवेदन आए हैं। आवेदन तीन जनवरी तक मांगे गए थे। वहीं, राज्य लोक सेवा आयोग की सचिव निवेदिता नेगी ने कहा कि चपरासी के चार पदों के लिए आवेदन आए हैं। भर्ती नियमों के अनुसार ही इनकी नियुक्ति की जाएगी।