
टौणी देवी में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत मलयालम भाषा प्रतियोगिता आयोजित
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत केरल की संस्कृति और भाषा को आत्मसात करने हेतु मलयालम भाषा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को केरल राज्य की भाषा, परंपराओं और रीति-रिवाजों को जानने और समझने का अवसर मिला। विद्यालय के प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और मलयालम भाषा में कविता पाठ, गीत प्रस्तुति तथा दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाले शब्दों का प्रयोग कर एक अद्भुत वातावरण तैयार किया।
इससे छात्रों में नई भाषा सीखने की रुचि जाग्रत हुई और वे केरल की सांस्कृतिक विविधता से परिचित हुए। उन्होंने आगे कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ‘विविधता में एकता’ की भावना को सुदृढ़ करना है, जिससे छात्र विभिन्न संस्कृतियों को न केवल समझें बल्कि उनका सम्मान भी करें। इस आयोजन से छात्रों को भाषायी आदान-प्रदान का लाभ मिला और उनकी बौद्धिक तथा सांस्कृतिक समझ का विस्तार हुआ। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी श्रीमती तनु सेन ने बताया कि इस गतिविधि के दौरान छात्र अत्यंत उत्साहित थे और वे केरल के खान-पान, वेश-भूषा, भाषा एवं परंपराओं को सीखने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल छात्रों के ज्ञानवर्धन में सहायक होते हैं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक समन्वय को भी प्रोत्साहित करते हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप पेन प्रदान किए गए, जबकि विजेताओं को विशेष रूप से नोटबुक भेंट की गई।
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इसके अलावा, उपस्थित सभी छात्रों को मिष्ठान वितरित किया गया, जिससे उनके चेहरे पर खुशी झलक रही थी। प्रधानाचार्य ने प्रतियोगिता के विजेताओं को बधाई दी और इस सफल आयोजन के लिए तनु सेन और विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे छात्र भारत की सांस्कृतिक विविधता को और अधिक करीब से जान सकें और अपनी राष्ट्रीय पहचान को मजबूत कर सकें। विद्यालय परिवार ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत इस अनूठे आयोजन को सार्थक बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और यह सुनिश्चित किया कि विद्यार्थी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से प्रेरित होकर राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखने में अपनी भूमिका निभा सकें।