
डंके की चोट पर : कहीं पटवारी दिखा रहे हेकड़ियां, कहीं बीडीओ खा रहे रिश्वत … अधिकारी बन गए चिट्टे के सप्लायर…. क्या सरकार का खौफ खत्म हो गया !!!!!
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
इसे विडंबना कहें या फिर बेखौफ प्रशासनिक एवं लापरवाह ब्यूरोक्रेट्स का फेलियर सिस्टम । क्या ब्यूरोक्रेट्स, अधिकारियों और कर्मचारियों पर सरकार का कोई खौफ नहीं है या यूं कहें कि क्या सरकार का खौफ खत्म होकर रह गया है। एक के बाद एक ऐसे किस्से और कारनामें देखने को मिल रहे हैं कि हिमाचली एक दूसरे को पूछने लग पड़े हैं कि ….. यह क्या हो रहा है।

किस्सा नंबर (1)
अब तहसील कल्याण अधिकारी मुकुल चौहान चिट्टा तस्करी में गिरफ्तार, युवती भी दोबारा पकड़ी गई, कुल 7 गिरफ्तार
हिमाचल प्रदेश में चिट्टे तस्करी के मामलों में आम आदमी से लेकर डॉक्टर, पुलिस कर्मी भी सलिंप्त है। अब ताजा मामले में शिमला जिले के तहसील कल्याण अधिकारी मुकुल चौहान को पुलिस ने चिट्टा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है। शिमला पुलिस ने कुल पांच आरोपियों को दबोचा है। इसमें एक लड़की भी शामिल है। आरोपी अधिकारी के तार शिमला में चिट्टा सप्लाई की करने वाली शाह गैंग से जुड़े हैं।शिमला पुलिस ने तहसील कल्याण अधिकारी मुकुल चौहान के साथ लड़की अंकिता नेगी को भी गिरफ्तार किया गया है। यह युवती पहले भी चिट्टे की तस्करी में शामिल रही है और जमानत मिलने के बाद फिर से यही काम कर रही है। आरोपियों की पहचान अंकिता नेगी निवासी मल्याणा, शिमला और मुकुल चौहान निवासी गांव दुधली शिमला के रूप में हुई है। आरोपी मुकुल चौहान शिमला जिला में तहसील कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात है। गौरतलब है आरोपी तहसील कल्याण अधिकारी पहले भी पुलिस की गिरफ्त में आया था, लेकिन उससे कुछ रिकवर नहीं हुआ था।

जानकारी के अनुसार, शिमला पुलिस ने 15 फरवरी को 6 चिट्टा तस्करों को गिरफ्तार किया था और अब 18 फरवरी को दो और किंगपिन को अरेस्ट किया है। ये लोग पंजाब से गिरफ्तार किए गए हैं। शाह गैंग के बाद अब चिट्टा तस्करी के एक और सरगना विजय सोनी को भी पुलिस ने दबोचा है। अहम बात है कि जब कोई बड़ा अधिकारी या पुलिस कर्मी चिट्टे की सप्लाई या तस्करी में पकड़ा जाता है तो पुलिस उनकी जानकारी सार्वजनिक नहीं करती है।
किस्सा नंबर ( 2 )
हिमाचल में BDO ने बेचा ईमान, महिला प्रधान से 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए वीरेंद्र कौशल गिरफ्तार, 3 महीने बाद होना था रिटायर
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के परागपुर विकास खंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, धर्मशाला की टीम ने खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) वीरेंद्र कुमार कौशल को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
आरोप है कि बीडीओ वीरेंद्र कौशल ने ग्राम पंचायत कडोआ की प्रधान रीना देवी से 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह रिश्वत पंचायत में कुछ निर्माण कार्यों के लिए उपायुक्त कांगड़ा कार्यालय से स्वीकृत 1.5 लाख रुपये की राशि जारी करने के एवज में मांगी गई थी। शिकायत मिलने पर विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया और आरोपी को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधित) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है । वीरेंद्र कौशल फरवरी 2023 से फरवरी 2024 तक परागपुर में बीडीओ रहे थे. उस दौरान जसवां-परागपुर के विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने उन पर कांग्रेस के एजेंट की तरह काम करने के आरोप लगाए थे। हालांकि, कुछ समय बाद उन्हें वहां से हटा दिया गया था। जनवरी 2025 में उन्होंने दोबारा परागपुर में बीडीओ का कार्यभार संभाला था, लेकिन अब भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी के बाद फिर से विवादों में आ गए हैं.फिलहाल विजिलेंस की टीम मामले की गहराई से जांच कर रही है. इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

किस्सा नंबर (3)
शियाह क्षेत्र में पटवारी के भड़कने के मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
कुल्लू की गड़सा घाटी के शियाह क्षेत्र में राजस्व विभाग के एक पटवारी के स्थानीय लोगों पर भड़कने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद उपायुक्त कुल्लू तोरूल एस रवीश ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मजिस्ट्रेट जांच का जिम्मा एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला को सौंपा है।
जानकारी के अनुसार गड़सा घाटी के पटवार वृत रोट-2 के शियाह क्षेत्र में पटवारी एक निशानदेही के लिए मौके पर पहुंचे थे। यहां जमीन विवाद के दोनों पक्ष के लोग भी मौजूद थे। इस दौरान एक व्यक्ति ने कुछ सवाल किए तो पटवारी भड़क उठा। स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इसमें पटवारी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया था।

ऐसे में उपायुक्त कुल्लू ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में मेजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। इसकी तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। बताया जा रहा है कि एक पक्ष ने पटवारी के अभद्र व्यवहार की शिकायत कर मामला उपायुक्त कुल्लू के ध्यान में लाया है।
फाइल और जरीब फैंकी, धमकी दी
वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि पटवारी व्यक्ति पर भड़क उठा। इस दौरान निशानदेही के लिए अपने साथ लाई जरीब और दस्तावेज की फाइल को जमीन पर फेंक दिया। पटवारी इस दौरान उक्त व्यक्ति को सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में मामला दर्ज करने की भी धमकी देता हुआ दिखाई दे रहा है। साथ में पटवार खाना में आकर देख लेने की भी धमकी दे रहा है। हालांकि इस वीडियो को बनाने से पहले क्या घटित हुआ यह पहलु सामने नहीं आया है।