
जन्मदिवस: ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का जीवन परिचय… CR से CM तक
पोल खोल न्यूज़ डेस्क | हमीरपुर
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के 15वे मुख्यमंत्री हैं। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 26 मार्च 1964 को हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले की नादौन तहसील के सेरा गांव में हुआ। वे एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं, जहां उनके पिता एक सरकारी कर्मचारी (हिमाचल पथ परिवहन निगम शिमला में चालक) थे। उनकी माता संसार देई गृहणी हैं। बचपन से ही वे एक मेधावी छात्र रहे और छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला से उच्च शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने एम.ए और एलएलबी की डिग्री प्राप्त की है। उनका विवाह कमलेश ठाकुर से हुआ है और उनकी दो बेटियाँ हैं।
छात्र राजनीति से राजनीतिक सफर की शुरुआत
1982-1983: गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, संजौली, शिमला में कक्षा प्रतिनिधि (CR) चुने गए।
1983-1984: कॉलेज के महासचिव बने।
1984-1985: कॉलेज के अध्यक्ष चुने गए।
1985-1986: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि विभाग के विभाग प्रतिनिधि (DR) बने।
1989-1995: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति से जुड़े और NSUI के प्रदेश अध्यक्ष बने।
1995-1998: हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव बने।
1998-2008: युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे।
1993-2003: दो बार शिमला नगर निगम के पार्षद रहे।
2008-2012: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव रहे।
2013-2019: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर कार्य किया।
विधायक से मुख्यमंत्री तक का सफर
2003: पहली बार नादौन विधानसभा सीट से चुनाव जीता।
2007, 2017, 2022: लगातार चुनाव जीतकर विधायक बने।
2007-2012: कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक (Chief Whip) के रूप में कार्य किया।
2018-2022: व्यापार सलाहकार समिति, पुस्तकालय समिति, अनुसंधान और संदर्भ समिति, सार्वजनिक उपक्रम और विशेषाधिकार समितियों के सदस्य रहे।
11 दिसंबर 2022: चौथी बार विधायक बनने के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
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मुख्यमंत्री के रूप में प्रमुख उपलब्धियां
ग्रामीण विकास: गांवों के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं में सुधार किया।
शिक्षा और स्वास्थ्य: सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए नई योजनाएं लागू कीं।
रोजगार सृजन: युवाओं को नए रोजगार के अवसर देने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू कीं।
पर्यावरण संरक्षण: हिमाचल की प्राकृतिक सुंदरता को बचाने और सतत विकास पर जोर दिया।
पर्यटन को बढ़ावा: राज्य के पर्यटन स्थलों को और आकर्षक बनाने के लिए नए कदम उठाए।
ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की बहाली : 13 जनवरी 2023 को अपनी पहली कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना लागू की, जिससे 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों को लाभ हुआ।
डिजिटल हिमाचल मिशन : सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन करने के लिए डिजिटल सुविधाओं का विस्तार किया।