
कांगड़ा के बनखंडी में दिखेंगे अमेरिका के स्पाइडर मंकी, फिलीपींस के मैको पक्षी
पोल खोल न्यूज़ | कांगड़ा
हिमाचल के जिला कांगड़ा के बनखंडी में बन रहे देश के पहले आईजीबीसी (इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल) पंजीकृत चिड़ियाघर दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान में विदेशी पशु-पक्षी भी दिखेंगे। चिड़ियाघर के लिए ब्राजील से मार्मोसेट, अमेरिका से स्पाइडर मंकी और फिलीपींस से मैको पक्षी लाए जाएंगे। दिल्ली चिड़ियाघर से काला हिरण, हॉग हिरण, रॉक पाइथन, चितकबरा हिरण और पेंटेड स्टार्क लाने की तैयारी है। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने इसे लेकर वन विभाग को मंजूरी दे दी है।
एक साल के भीतर बनखंडी में बनने वाले दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान में देश-विदेश के सैलानी और हिमाचल के लोग जानवरों, पक्षियों का दीदार कर सकेंगे। इससे पर्यटन को पंख लगने की उम्मीद है। चिड़ियाघर में कुल 78 प्रजातियों के पशु-पक्षी देखने को मिलेंगे। पशु-पक्षियों के लिए यहां 43 बाड़े बनाए जाएंगे। वन वैभव पथ ब्लॉक में 17 और बायोडायवर्सिटी ब्लॉक में 26 बाड़े बनेंगे।
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चिड़ियाघर में 10 फीसदी पशु-पक्षी विदेशी प्रजातियों के होंगे। उद्यान के दूसरे चरण में वॉकिंग एक्वेरियम भी बनेगा। इसके अंदर चलकर मछलियों और अन्य जलीय जीवों को देखा जा सकेगा। करीब 75 हेक्टेयर क्षेत्र में बनने वाले इस चिड़ियाघर में लोगों को पैदल घूमने में दिक्कत पेश न आए, इसके लिए ई-कार्ट चलाई जाएगी। चिड़ियाघर के प्रवेशद्वार पर कांगड़ा विलेज थीम पर कैफेटेरिया, पार्किंग और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। यह सैलानियों को कांगड़ी धाम परोसी जाएगी।
वहीं, प्रधान अरण्यपाल (वन्यप्राणी) वन विभाग अमिताभ गौतम ने बताया कि विश्व स्तरीय मानकों पर बन रहे बनखंडी दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान का काम मिशन मोड पर चल रहा है। एक साल के भीतर इसे शुरू करने का लक्ष्य है। केंद्र सरकार से इसे लेकर सभी स्वीकृतियां मिल चुकी हैं। यहां 10 फीसदी पशु-पक्षी विदेशी प्रजातियों के भी होंगे। प्रदेश में पर्यटकों के लिए यह एक नया आकर्षण बनेगा।
बता दें कि बनखंडी दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान के लिए 619 करोड़ की डीपीआर बनाई गई है। फेज एक में पशु अस्पताल, प्रशासनिक भवन और क्वारंटीन सेंटर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। निर्माण कार्य का जिम्मा केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग को सौंपा गया है। चिड़ियाघर के निर्माण के दौरान पशु बाड़ों के आकार को लेकर केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से मंजूरी मिल चुकी है।