
कांगड़ा की पौंग झील पर तीन किमी लंबा पुल बनाने की तैयारी
पोल खोल न्यूज़ | कांगड़ा
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा की पौंग झील में प्रदेश का सबसे लंबा पुल बनाने की योजना है। केंद्रीय सड़क एवं अवसंरचना कोष (CRIF) के तहत सेतु बंधन योजना के अंतर्गत पौंग झील पर तीन किलोमीटर का पुल बनाने का प्रस्ताव है। पुल की चौड़ाई करीब 10 मीटर होगी। लोक निर्माण विभाग मंडल देहरा ने सर्वेक्षण पूरा कर डीपीआर तैयार कर ली है। डीपीआर के आधार पर इस पुल को बनाने में करीब 374 करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान है। डीपीआर को सरकार के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है।
पुल का निर्माण देहरा के मलोट गांव (बौंगता पंचायत) से घियोरी पंचायत के साथ लगते मुचकुंड महादेव मंदिर तक किया जाएगा। पुल के बनने से सबसे ज्यादा फायदा जसवां-परागपुर, देहरा और जवाली हलके की जनता को होगा। अभी तक डाडासीबा क्षेत्र की जनता को हरिपुर, गुलेर, नगरोटा सूरियां और जवाली आदि इलाकों में जाने के लिए 50 से 70 किमी लंबा सफर तय करना पड़ता है। पुल के निर्माण से क्षेत्र की करीब 50 हजार की आबादी को 25 से 30 किमी कम सफर करना पड़ेगा। लोगों को देहरा शहर से घूमकर नहीं जाना पड़ेगा।
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बता दें कि ब्यास नदी पर मानव निर्मित पौंग झील (60,610 एकड़ में फैली) पर प्रस्तावित यह पुल प्रदेश का सबसे लंबा पुल होगा। अभी तक ऊना जिले के हरोली को ऊना के रामपुर से जोड़ते स्वां नदी पर बना पुल सबसे लंबा है। इसकी लंबाई 773.30 मीटर है।
वहीं, लोक निर्माण विभाग देहरा मंडल के अधिशासी अभियंता हरबंस लाल शर्मा ने बताया कि पौंग झील पर बनने वाले पुल की डीपीआर तैयार कर ली गई है। इसे मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार को भेजा गया है। उन्होंने इस पुल की लागत करीब 374 करोड़ होगी और इसकी लंबाई करीब तीन किलोमीटर होगी।