
हिमाचल में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव के कर दिए जाएंगे ऐलान, तैयारियों में जुटा राज्य चुनाव आयोग
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल पंचायतीराज संस्थाओं के लिए होने वाले चुनाव की दिशा में आगे बढ़ रहा है। बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश में इस साल दिसंबर महीने में पंचायतीराज संस्थाओं के लिए चुनाव का ऐलान हो सकता है। जिसके लिए अब करीब 6 महीने का समय शेष बचा है, जिसको देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने पहले ही जिला पंचायत अधिकारियों, बीडीओ, पंचायत इंस्पेक्टर, पंचायत सब इंस्पेक्टर व पंचायत सचिवों सहित चुनाव से जुड़े कर्मचारियों के तबादले पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, अब प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव को लेकर भी राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों के कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने का क्रम शुरू हो गया है, जिसको लेकर हिप्पा में इन दिनों ट्रेनिंग चल रही है। राज्य चुनाव आयोग के सचिव सुरजीत सिंह राठौर के अलावा संजीव महाजन इन प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। जिसमें चुनाव प्रक्रिया को पूरी करने के बारे में जानकारी दी जा रही है। हिमाचल में पंचायतीराज संस्थाओं के लिए बैलेट बॉक्स के जरिए ही चुनाव होंगे। ऐसे में इस प्रक्रिया के लिए ट्रेनिंग की जरूरत रहती है। इस तरह से प्रशिक्षण का दौर चलता रहेगा और इसके लिए राज्य चुनाव आयोग ने अलग-अलग जिलों से कर्मचारियों को शिमला बुलाया है। जिसके लिए 9 जून तक सभी जिलों के कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर दिया जाएगा।
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हिमाचल प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं के लिए होने वाले चुनाव के लिए राज्य चुनाव आयोग ने बैलेट बॉक्स की व्यवस्था कर दी है। इनको सुरक्षित रखने के साथ इन बॉक्स को तैयार करने का काम चल रहा है। वहीं, जरूरत के हिसाब से अन्य राज्यों से भी बैलेट बॉक्स मंगवाए जा सकते हैं।
वहीं, वर्तमान में जिला परिषद के कुल वार्डों की संख्या 249 है, लेकिन सरकार ने एक नया जिला परिषद वार्ड बनाने की घोषणा की है। इससे अब जिला परिषद वार्डों की संख्या 250 हो जाएगी। इसके अलावा, पूर्व सरकार के समय में 10 नए विकासखंड बनने से अब प्रदेश में विकास खंडों की कुल संख्या 91 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कुल पंचायतों की संख्या 3615 थी. जिसमें 43 पंचायतें शहरी निकायों में शामिल की गई हैं। इसके बाद अब पंचायतों की संख्या घटकर 3572 रह गई है। इनके अलावा शहरी विकास के तहत आने वाले शहरी निकायों में भी चुनाव होने हैं। इनमें जिला परिषद, नगर परिषद, नगर पंचायतों में चुनाव होने हैं और इस चुनाव में वोटिंग ईवीएम के जरिए की जाती है, ऐसे में इनके लिए ईवीएम को तैयार करने का काम भी शुरू हो गया है।