
-
सराज त्रासदी : दुखड़ा सुनाते सुनाते आपदा पीड़ितों के निकले आंसू, राहत सामग्री पाकर दानी सज्जनों का जताया आभार
-
हमीरपुर के बारी मंदिर से तीसरी गाड़ी राहत सामग्री लेकर थुनाग पहुंची
-
रजाई , गद्दे ,कम्बल, तिरपाल लेकर चौथी गाड़ी जल्दी सराज घाटी जायेगी
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
सदी की सबसे भीषण त्रासदी को झेल रहे हिमाचल के मंडी जिला की सराज घाटी के लोगों के लिए बारी मंदिर से तीसरी गाड़ी शिव मंदिर बारी से थुनाग के लंबा थाच पहुंची ।
बारी महाड़े और अंबी के लोगो ने इस बार भी दिल खोल कर दान दिया। आपदा सामग्री को प्रभावित, पीड़ित और जरूरतमंद के हाथों तक स्वयं पहुंचाने के लिए करीब डेढ़ क्विटंल चावल, 50 किलो आटा, 20 परिवारों के लिए राशन ( सरसों तेल, मसाले, दालें, बेसन , न्यूट्री, सेवइयां , चीनी , नमक , बिस्किट, रस, टॉफी, चॉकलेट ) 40 लेडीज न्यू सूट, 20 मर्दाना कमीजें, 21 कम्बल , कई दर्जन बूट चप्पल , छतरी , थाली , गिलास कटोरी, साबुन सर्फ , रिफाइंड तेल इत्यादि लेकर गाड़ी जब थुनाग पहुंची तो पीड़ितों की बड़ी भीड़ एक गांव में एकत्रित हो चुकी थी। इससे पहले शिव मंदिर बारी के महात्मा सरताज गिरी ने मंदिर में सामूहिक प्रार्थना के बाद आपदा राहत गाड़ी को हरी झंडी देकर थुनाग के लिए रवाना किया। इस मौके पर , देश राज चौहान, , सुनील चौहान , लवली, संजीव चौहान ,करतार चंद, प्यारे लाल, लक्की, विजय राठौर, संतोष राठौर, अंजना, सुनीता सहित महिला शक्ति एवं कई दानी सज्जन भी मौजूद रहे। अपने संदेश में महात्मा सरताज गिरी, पंचायत प्रधान रविंद्र ठाकुर, सुनील चौहान, देशराज , संतोष ने लोगों से अपील की है कि मदद के लिए हाथ रुकने नहीं चाहिए। जरूरत की चीजें जैसे गद्दे, रजाई , कम्बल, तिरपाल लेकर बारी मंदिर से चौथी गाड़ी भी जल्दी सराज घाटी जायेगी।
आपदा पीड़ितों ने बताया कि अभी तक सरकार और प्रशासन की ओर से उन्हें एक हजार से अढ़ाई हजार तक की ही सहायता राशि मिली है। उनका लाखों का नुकसान हो चुका है। नया मकान बनाने तक के लिए जमीन नहीं बची है। राहत सामग्री के लिए भी भटकना पड़ता है। सड़कों के किनारे वाले पीड़ित ज्यादा फायदा उठा जाते हैं जबकि ऊंची पहाड़ियों पर रहने वालों तक राहत सामग्री भी नहीं पहुंच पाती। इस बीच कांडा चेक पोस्ट पर तहसीलदार स्तर के अधिकारी ने दूर दराज के जरूरत मंद लोगों की लिस्ट और फोन नंबर भी टेबल पर रखें हैं। कुछ गाड़ियों से राहत सामग्री इस चेक पोस्ट से भी दूरदराज के गांवों तक पहुंचाई जा रही है। लोगों ने आँखें नम करते हुए मांग है कि ऐसी ही व्यवस्था पूरी सराज घाटी में होनी चाहिए। गत रात से जारी मूसलाधार बारिश से पूरी सराज घाटी में हालात और बिगड़ गए हैं ।