रजनीश शर्मा। हमीरपुर
युवाओं से नौकरी के नाम पर हुई ठगी, जिस खाते में डाले रुपए उसे करवाया जाएगा वेरिफाई
कंपनी में नौकरी देने के नाम पर जिन युवाओं से ठगी हुई है उनके बयान कलमबद्ध करने की तैयारी हो गई है। मामला दर्ज करने के साथ ही अब पुलिस सभी के बयान कलमबद्ध करेगी। बयान कमलबद्ध करने के बाद उन बैंक अकाउंटस को वेरिफाई करवाया जाएगा जिनमें युवाओं ने रुपए डाले हैं। बैंक खाते वास्तव में किसके नाम पर चल रहे हैं इसका भी पता लगाया जाएगा। बैंक खातों का पता लगने के बाद मामले में पुलिस आरोपियों तक पहुंच सकती है। नौकरी के नाम पर न सिर्फ बेरोजगार युवाओं को ठगा गया बल्कि उन्हें बेहतर भविष्य का सब्जबाग दिखाने के उपरांत उनका मनोबाल तोड़ा गया है।
ये भी पढ़ें: सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में चाहिएं प्रिंसीपल
जिला के 18 युवाओं से नौकरी के नाम पर पैसा ऐंठा गया है। नौ नवंबर को हमीरपुर के ही एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया चैनल के माध्यम से एसएसबी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड के पद भरे जाने का विज्ञापन संचालित करवाया। इस विज्ञापन को देखकर व्यक्ति निवासी गांव बुमाणा डाकखाना ताल जिला हमीरपुर ने दर्शाए संपर्क नंबर पर बात की। संपर्क नंबर पर बात करने वालों ने बताया कि आप अपने दस्तावेज की पीडीएफ फाइल बनाकर व्हाट्सऐप और ईमेल पर भेजें। शिकायतकर्ता ने अपने प्रमाण पत्र भेज दिए तथा उसके उपरांत निवासी गांव दैण तहसील बड़सर ने भी संबंधित व्यक्ति की तर्ज पर ही अपने दस्तावेज भेजे। कुछ दिनों में जिले के कई युवाओं ने अपने प्रमाण पत्र उक्त व्हाट्सऐप और ईमेल पर भेज डाले। पीडि़त ने बताया कि 13 नवंबर को उसे कॉल आई कि आपको वर्दी के लिए बैंक खाते में दो हजार की राशि भेजनी पड़ेगी। युवाओं ने दो हजार की राशि दर्शाए गए दो बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी। पुलिस अधीक्षक हमीरपुर डा. आकृति शर्मा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। पीडि़तों के बयान कलमबद्ध करने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।