रजनीश शर्मा। हमीरपुर
दो साल से पटवार घर में पड़ी रही लकड़ी, शिकायत के बाद हरकत में आया वन विभाग
पर्यावरण को हरा-भरा बनाए रखने के लिए वन विभाग व सरकार लगातार पेड़ बचाओ पेड़ लगाओ अभियान चलाती रहती हैं तथा इन अभियानों पर लाखों रुपए खर्च भी होते हैं, लेकिन उपमंडल बड़सर की एक ग्राम पंचायत के स्कूल प्रांगण में खड़े बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर पर्यावरण बचाने की इस मुहिम को डीरेल करने की कोशिश की गई है। हैरानी की बात है कि बेशकीमती लकड़ी दो सालों तक पटवार घर के पास खुले में सड़ती रही, लेकिन अंत में एक जागरूक व्यक्ति की शिकायत के बाद आरोपी को जुर्माना डाला गया है। मामला उपमंडल बड़सर की ग्राम पंचायत क्याराबाग का है। अनुज शर्मा की शिकायत के मुताबिक लगभग दो साल पहले स्कूल के प्रांगण में खड़े दो से तीन पेड़ों को बिना किसी कारण और बिना एनओसी के काट दिया गया।
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शिकायतकर्ता का कहना है कि जब उसने पटवार घर के बाहर लकड़ी के ढेर को पड़ा हुआ देखा तो छानबीन करने पर पता चला कि यह लकड़ी स्कूल से काटे गए पेड़ों की है तथा पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। हालांकि शिकायत के बाद वन विभाग हरकत में आया। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है तथा इस मामले में और भी जांच की जानी बाकी है। अनुज के मुताबिक वन विभाग द्वारा जवाब में बताया गया है कि पेड़ पहले से क्षतिग्रस्त थे तथा स्कूल की दीवार पर गिरे थे। इसलिए उनको काटकर उनकी लकड़ी साइड में रखी गई थी, उनका कहना है कि पूरे साक्ष्य मौजूद हैं। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद वे उसके समाधान से संतुष्ट नहीं हैं। उनकी शिकायत लेवल तीन पर समाधान के लिए जा चुकी है। डीएफओ हमीरपुर राकेश कुमार का कहना है कि बिना एनओसी पेड़ काटने पर आरोपी के खिलाफ डैमेज रिपोर्ट काटकर जुर्माना किया गया है तथा लकड़ी भी विभाग ने अपने कब्जे में ले ली है।