
पोल खोल न्यूज़ डेस्क
शिमला
शिमला के मशोबरा में पुजारी मर्डर केस में पुलिस खाली हाथ, खुलेआम घूम रहे आरोपी
चार महीने बीत जाने के बावजूद भूतेश्वर मंदिर कांवती के पुजारी के हत्यारे पुलिस गिरफ्त से बाहर है, जिसके चलते समूचे क्षेत्र में लोगों में आक्रोश पनप रहा है। क्षेत्र की करीब सात पंचायत के लोगों ने इस हत्याकांड की सीबीआई से जांच करने की मांग की है। हालांकि पुलिस थाना ढली के पुलिस कर्मियों द्वारा हत्या की गुत्थी को सुलझाने के प्रयास किए जा रहे है, लेकिन चार महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। गौर हो कि मशोबरा ब्लॉक की पीरन पंचायत में कावंती में भूतेश्वर देवता मंदिर में बीते आठ अगस्त की सांय को सुनील दास संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गए थे। गौर हो कि पुजारी इस मंदिर में मार्च 2021 से पूजा का कार्य देख रहे थे और मूलत: महाराष्ट्र के रहने वाले बताए जा रहे थे। अनुयायियों द्वारा मोबाइल पर संपर्क साधने पर पुजारी का मोबाइल स्विच ऑफ पाया गया था।
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मंदिर समिति के अनुसार पुजारी का शव 11 अगस्त की सांय को कुटिया से 15 मीटर दूर झाडिय़ों में दयनीय अवस्था में मिला था, जिनके शरीर पर काफी निशान पाए गए थे। कुटिया की जांच के दौरान पुजारी के बक्से से 202040 रुपए की नकद राशि प्राप्त हुई थी। ग्राम पंचायत सतोग के उपप्र्रधान दिवेश शर्मा, धरेच पंचायत के उपप्रधान बाबूराम शर्मा, सतलाई पंचायत की प्रधान रंजना कमल, उपप्रधान नेत्र सिंह, ग्राम पंचायत पीरन के उपप्रधान संदीप मेहता, ग्राम पंचायत नहौल के पंचायत के उपप्रधान ओम प्रकाश शर्मा, मंदिर समिति के प्रधान खजान सिंह व सचिव हरिचंद शर्मा सहित अनेक लोगों ने चार माह में हत्या की गुत्थी न सुलझाने पर खेद प्रकट किया है और इस केस को सीबीआई को सौंपने की सरकार से मांग की है । एसपी शिमला सुनील नेगी ने बताया कि पुलिस द्वारा हत्या की जांच हर पहलु से की जा रही है तथा ब्लाइंड मर्डर केस होने पर इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस द्वारा प्रयास किए जा रहे है।