
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
भारत को 2024 का साल उम्मीद से देखना चाहिए या डर से? सच कहूं तो दोनों भाव होने चाहिए, लेकिन थोड़ा ज्यादा उम्मीद वाला। बीते साल की परेशानियां भले ही अभी खत्म न हों, पर उम्मीद की किरण जरूर जानी चाहिए।
दिल्ली से सटे हुए पश्चिमी यूपी में नोएडा अब स्टार्ट-अप हब बन चुका है, ठीक वैसे ही जैसे हरियाणा गुरुग्राम की वजह से तरक्की कर गया। राम मंदिर से पूरब के यूपी को भी फायदा होगा, जहां अभी कम विकास हुआ है। धार्मिक पर्यटन और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर से ये इलाका भी आगे बढ़ेगा। अगर काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों को भी उसी तरह विकसित किया जाए, तो यूपी तेजी से तरक्की करेगा। यूपी के साथ, पूरे भारत का विकास होगा। 2024 की आशा यही है कि यूपी उड़ान भरने को तैयार है।
ये भी पढ़ें: New Rules January 2024: नए साल में बैंकिंग, सिम कार्ड और आधार से जुड़े नियमों में हुआ बदलाव, जानना है जरूरी
भारत का उछाल जारी
2023-24 में भारत की अर्थव्यवस्था 7% तक बढ़ने की उम्मीद है, और 2024-25 भी उतना ही शानदार रह सकता है, अगर अमेरिका और यूरोप भारी मंदी में न फंसें। भारत के अंदरूनी हालात अच्छे हैं, खासकर चुनावी सालों में राज्यों का खर्च बढ़ने से। 2024 में लोकसभा चुनाव के अलावा, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं।
जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा
जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव होंगे, लेकिन सबसे बड़ी बात शायद सितंबर से पहले राज्य का दर्जा बहाल होना है। अनुच्छेद 370 को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसले को सही ठहराते हुए वहां राज्य बहाली का रास्ता जल्द से जल्द स्पष्ट करने को कहा था।
ये भी पढ़ें: आज का इतिहास : आज का इतिहास : प्रारम्भ किया गया था भारत रत्न पुरस्कार
क्रिकेट का जुनून और बजट का जादू
2024 में खेल जगत में सबसे ज्यादा धूम मचेगी क्रिकेट की T20 विश्व कप की! ये जून में अमेरिका और वेस्ट इंडीज में होगा। उम्मीद है इस बार हमारी टीम 2023 के वनडे विश्व कप जैसा निराश नहीं करेगी। इससे पहले, मार्च-मई में भारत में महिला आईपीएल और पुरुष आईपीएल का भी रोमांच देखने को मिलेगा। व्यापार जगत भी इन लीगों से खूब कमाई की उम्मीद कर रहा है। 2009 में लोकसभा चुनावों के कारण आईपीएल को दक्षिण अफ्रीका स्थानांतरित करना पड़ा था। देखना होगा कि क्या ऐसा 2024 में भी होगा?
चुनाव से पहले बजट पर नजर
लेकिन खेल-खेल से पहले, 1 फरवरी को 2024-25 का केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा। वैसे तो आमतौर पर चुनावी साल में बजट उबाऊ होता है, लेकिन मोदी सरकार के इतिहास को देखते हुए, कोई आश्चर्य नहीं कि इसमें चुनाव प्रचार के लिए एक-दो तोहफे छिपे हों।
ये भी पढ़ें: नए साल के दिन ISRO ने रचा इतिहास, लॉन्च किया XPoSAT सैटलाइट
जनगणना का इंतजार, गगनयान की उड़ान
सालों से टली हुई जनगणना 2024 में होनी ही चाहिए, ये न सिर्फ चुनाव क्षेत्रों के सीमांकन के लिए जरूरी है, बल्कि संसद में पास हो चुके 33% महिला आरक्षण बिल को लागू करने के लिए भी जरूरी है। अगर इस साल जनगणना शुरू हुई, तो नतीजे 2025 तक ही मिलेंगे, जिससे 2029 तक लोकसभा सीटें बढ़ाने का काम थोड़ा मुश्किल हो जाएगा। 2024 में अच्छी बारिश की उम्मीद के साथ-साथ, ‘गगनयान’ प्रोजेक्ट भी पूरे साल सुर्खियों में रहेगा। इस साल कई टेस्ट लॉन्च होंगे, और अगर सबकुछ ठीक रहा, तो ये भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन की तैयारियों को गति देंगे। कुल मिलाकर, 2024 एक ऐसा साल हो सकता है जिसमें भारत कई क्षेत्रों में ऊंचाइयां छू सकता है, बस ज़रूरत है चीजों के सही दिशा में चलने की।