
पोल खोल न्यूज़ | मंडी
हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के धर्मपुर उपमंडल में आपदा राहत के बदले प्रभावित महिला से रिश्वत मांगने वाले आरोपी पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। बताते चलें कि डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम धर्मपुर राजेंद्र गौतम को फौरी जांच के निर्देश दिए थे। जांच रिपोर्ट में आरोपी पटवारी को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है।
वहीं, इससे पहले बुधवार रात को ही धर्मपुर पहुंचकर विजिलेंस विभाग की टीम ने आरोपी पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। शिकायतकर्ता व प्रभावित महिला के बयान भी आईओ ने द्वारा कलमबंद कर लिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि आरोपी पटवारी और शिकायतकर्ता महिला के बीच फोन पर हुई बातचीत की ऑडियो वायरल होने के बाद धर्मपुर के पटवारी की रिश्वतखोरी का ये मामला सामने है। जिसमें आरोपी महिला से राहत राशि के बदले 50 हजार रिश्वत की मांग कर रहा है।
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शिकायतकर्ता महिला गीता देवी निवासी कौहन डाकघर सज्यौपीपलू तहसील धर्मपुर के अनुसार राहत राशि की पहली किस्त जारी करने के लिए भी पटवारी ने उससे 50 हजार की रिश्वत ली है। वहीं, पटवारी दूसरी किस्त जारी करने के लिए भी 50 हजार की मांग कर रहा था। प्रभावित महिला ने अपने बयान में बताया है कि इस संबंध में उन्होंने 22 जनवरी 2024 को सीएम संकल्प सेवा पर भी शिकायत की थी।
गौरतलब है कि आपदा प्रभावित महिला और धर्मपुर हल्का पटवारी के बीच हुई बातचीत की ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद विजिलेंस की टीम भी हरकत में आई और बुधवार को तथ्यों की जांच के लिए शिकायतकर्ता महिला से संपर्क किया। फोन पर रिकॉर्ड ऑडियो क्लिप में साफ-साफ सुनाई दे रहा है कि राहत राशि के बदले में पटवारी प्रभावित महिला से रिश्वत मांग रहा है और साथ में चेताता भी है कि अगर वह राहत राशि दिलवाना जानता है तो निकलवाना जानता है। इस बीच वो महिला से कहता है कि 11 लाख रुपए लेकर भी उसका मन नहीं भरा। वहीं, एसडीएम धर्मपुर राजेंद्र गौतम द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट में उक्त पटवारी प्रथम दृष्टया में दोषी पाया गया है। जिसके बाद आरोपी पटवारी को संस्पेंड कर दिया गया है।