कांग्रेस को टिकटों का इंतजार, भाजपा प्रचार से कर रही प्रहार
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
हिमाचल में लोकसभा की चार सीटों और विधानसभा की छः सीटों पर बेशक 7 मई से नामांकन पत्र भरे जाने हैं लेकिन भाजपा की रणनीति चुनावी युद्ध में कांग्रेस के मुकाबले बेहतर साबित हो रही है। कांग्रेस को अभी भी टिकटों का इंतजार है लेकिन भाजपा ने सभी टिकटें फाइनल कर प्रचार से प्रहार शुरू कर दिया है। अनुराग , धूमल, जयराम, बिंदल, सत्ती, इंदु गोस्वामी अच्छे वक्ताओं ने मतदाताओं का ध्यान अपनी ओर खींचना शुरू कर दिया है। बगावत के बाद भाजपा में एंट्री मार टिकटें हासिल करने वाले राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा , देवेंद्र भुट्टो , चैतन्य शर्मा, इंद्र दत्त लखनपाल और रवि ठाकुर सेल्फ डिफेंस के साथ साथ कांग्रेस पर आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए हैं ।
दूसरी ओर प्रदेश की बहुमत वाली कांग्रेस सरकार के लिए मुसीबतों का पहाड़ ढहने का नाम नहीं ले रहा है। अब राज्य में विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन को लेकर कांग्रेस फिर से असमंजस में है। कांग्रेस से बगावत करने वाले छह नेता भाजपा में चले गए। भाजपा ने उन्हें टिकट भी दे दिया। कांग्रेस से भाजपाई हुए छह नेताओं ने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया, लेकिन कांग्रेस अभी मंथन ही कर रही है कि किसे प्रत्याशी बनाया जाए, जैसे ही कांग्रेस के छह बागी भाजपा में गए, सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू सहित अन्य नेताओं ने आया राम-गया राम का राग अलाप दिया। अब भाजपा से कुछ नेता कांग्रेस में जाने के लिए भी प्रयासरत हैं। भाजपा से चुनाव लड़े डॉ. रामलाल मार्कंडेय का नाम चर्चा में है। वैसे डॉ. मार्कंडेय एनएसयूआई में रहे हैं और सीएम सुखविंद्र सिंह के साथ उनकी अच्छी ट्यूनिंग भी मानी जाती है। इसी तरह धर्मशाला से यदि राकेश चौधरी कांग्रेस में जाने की सोचते हैं, तो यही सवाल उठाया जाएगा। गगरेट से राकेश कालिया भी कांग्रेस की टिकट हासिल कर सकते हैं। फिलहाल कांग्रेस अभी वैट एंड वॉच की नीति पर है तो भाजपा हमेशा की तरह कांग्रेस को हैरान और परेशान करने की जिद्द पर अड़ी हुई है।