
पोल खोल न्यूज़ डेस्क
रिवालसर
उत्तराखंड की सिलक्यारा टनल में फंसे रिवालसर के विशाल के परिजनों ने कुल देवता बाढु बाड़ा और देव कमरुनाग से मांगी मन्नत
पिछले 16 दिनों से उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में 41 मजदूरों के साथ फंसे रिवालसर क्षेत्र के विशाल की कुशलता के लिए परिजनों ने कुल देवता बाढु बाड़ा व देव कमरुनाग से मन्नत मांगी है। उन्होंने अपने कुल देवी-देवताओं से अपने लाडले विशाल सहित सुरंग में फं से सभी 41 साथियों की सलामती की दुआ मांगी है। परिजन हर समय भगवान से अपने बेटे व अन्य लोगों के बाहर निकलने की प्रार्थना कर रहे हैं। उनकी सुबह से रात और फिर सुबह इसी इंतजार में कट रही है कि कब बेटे के बाहर निकलने की खबर आएगी। परिजन विशाल के बाहर आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में बार-बार बाधा उत्पन्न होने से स्वजनों को कई प्रकार की चिंताओं ने घेर रख दिया है। परिजनों को हर दूसरे दिन एक नई तारीख बताई जा रही है और इस तरह यह सुरंग अब एक अनसुलझी पहेली बन गई है।
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विशाल की माता उर्मिला व दादी गरवधनु ने कहा है कि उन्होंने अपने कुल देवताओं से अपने लाडले विशाल सहित सुरंग में फं से सभी 41 साथियों की सलामती की अरदास की है। उन्हें अपने ईष्ट देव पर पूरा भरोसा है कि वह उसे इस भारी संकट से जल्द छुड़ाएंगे। बता दें कि विशाल को सुरंग में फंसे हुए दो हफ्ते से ज्यादा वक्त हो गया है। इसके बाद भी विशाल अपने 41 मजदूर साथियों के साथ हिम्मत बांधे हुए है। उन्हें बचाने के लिए अब सेना ने मोर्चा संभाला हुआ है। विशाल के पिता और भाई सिलक्यारा में पिछले कई दिनों से हैं। उधर, गांव में माता और दादी समेत अन्य परिजनों को अपने बेटे का इंतजार है।