
मंडी में प्राकृतिक आपदा पर माकपा ने जताई गहरी चिंता, राहत कार्यों में तेजी और मुआवजे की मांग
पोल खोल न्यूज़ | मंडी
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की मंडी जिला कमेटी ने बादल फटने, भारी बारिश, बाढ़ व भूस्खलन से मंडी जिला में जान-माल की हुई भारी क्षति पर गहरी चिंता प्रकट की है। माकपा के मंडी जिला सचिव कुशाल भारद्वाज ने राज्य सरकार से युद्ध स्तर पर बचाव राहत व पुनर्वास कार्य शुरू करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस आपदा में 50 से भी अधिक लोगों के लापता होने अथवा बह जाने की अपुष्ट सूचनाएं मिली हैं। सभी लापता लोगों को ढूंढने के लिए बड़े पैमाने पर सर्च अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अभी तो बरसात की शुरुआत ही हुई है और इस त्रासदी में कई लोगों की जाने चली गई हैं। सैकड़ों की संख्या में मवेशी मारे जा चुके हैं। जिला कमेटी ने शोक प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
मंडी जिला के सिराज विधान सभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा तबाही हुई है, जिसमें कुथाह, थुनाग, बगस्याड, तुंगधार, जंजैहली, पटिकरी आदि स्थानों पर बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। कुथाह बाजार के तो पूरी तरह बहने की खबर है। ओ नाचन विधानसभा क्षेत्र के स्यांज में भी भारी नुकसान की खबर है। करसोग क्षेत्र से भी जान मॉल की भारी क्षति हुई है। वहीं धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र के लौंगनी के समीपवर्ती गांव स्याठी में भी कई घर मलबे में तब्दील हुए हैं। जोगिंदर- सरकाघाट सड़क धर्मपुर के समीप कैंची मोड़ में पूरी तरह बंद हो गई है। काँढापतन का पैदल पुल भी बह गया है। जोगिंदर नगर विधान सभा क्षेत्र के खड़ीहार पंचायत के बगड़याना, तुल्लाह पंचायत के चुल्ला व कोठी गांवों तथा सिमस पंचायत के सिमस में भी भारी नुकसान हुआ है।
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कुशाल भारद्वाज ने कहा कि सिरमौर जिला से 26 के करीब लोग शिकारी देवी घूमने गए थे , उनकी अंतिम लोकेशन तुंगधार के पास की है, लेकिन परसों से ही उनसे उनके परिजनों का कोई संपर्क नहीं हो रहा है। अतः उन्हें ढूंढने के लिए भी युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जाए। हम उम्मीद करते हैं कि वे सभी लोग सुरक्षित होंगे। माकपा जिला कमेटी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि सभी मृतकों के परिजनों व घायलों को फौरन आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाए। जिन लोगों ने अपने घर, दुकानें और मवेशी खोये हैं, उन्हें भी फौरी आर्थिक सहायता दी जाए तथा सारे नुकसान का आकलन कर जल्दी ही उचित मदद उपलब्ध करवाई जाए। जिन लोगों ने अपने आशियाने खोए हैं, उन्हें सरकारी भवनों में राहत शिविर बनाकर ठहराया जाए तथा उनके लिए भोजन, कपड़े, बिस्तर और बर्तन उपलब्ध करवाए जाएं। जो सड़क मार्ग बंद हों गए हैं उन्हें जल्दी खुलवाया जाए।
कुशाल भारद्वाज ने कहा केंद्र सरकार को भी तुरंत आगे आकर इस आपदा से निपटने में विशेष आर्थिक मदद करनी चाहिए। पूरे जिला में हुए नुकसान के आंकलन और राहत कार्यों में मदद हेतु 5-6 जुलाई को माकपा की मंडी जिला कमेटी की बैठक में विस्तृत चर्चा व योजना बनाई जाएगी। उससे पहले जिला में पार्टी की सभी इकाइयों से अपने-अपने क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य में जुटने का आह्वान किया गया है। वहीं माकपा जिला कमेटी ने एनएचएआई के तहत सड़क निर्माण में लगी कंपनियों विशेषकर गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी की मनमानी रोकने तथा कई जगह निर्माण कार्य से हुए भारी नुकसान के लिए जिम्मेवार इस कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की सरकार से मांग की है।