
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में फोटो वाले पास पर ही होगी एंट्री
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 18 अगस्त से शुरू होने वाले मानसून सत्र को लेकर विधानसभा सचिवालय में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक हुई। बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया कि सभी प्रवेश पत्र इस बार ऑनलाइन की बजाय हस्तलिखित जारी किए जाएंगे। हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने राष्ट्रीय ई-विधान (नेवा) प्रणाली को अपनाया है, लेकिन इसके पूर्ण क्रियान्वयन में समय लगने के चलते यह निर्णय लिया गया। मानसून सत्र में 900 पुलिस जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जाएगी।
वहीं, बैठक में तय हुआ कि विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी अधिकारी दीर्घा पास, स्थापना पास तथा प्रेस संवाददाताओं को जारी पास प्रमुखता से प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा, ताकि सुरक्षा जांच में समय न लगे। किसी भी पास धारक द्वारा पास को किसी अन्य को स्थानांतरित करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी पास धारकों को अपने शासकीय पास पर पासपोर्ट साइज फोटो चिपकानी होगी, अन्यथा प्रवेश नहीं मिलेगा।
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मुख्य पार्किंग में केवल मंत्रियों, विधायकों, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिवों और प्रशासनिक सचिवों के वाहनों को ही अनुमति दी जाएगी। प्रेस संवाददाताओं के लिए विधानसभा चौक से गेट नंबर 2 तक पार्किंग की सुविधा होगी। विधानसभा सचिवालय के अधिकारी और कर्मचारी गेट नंबर 2 से महालेखाकार कार्यालय के बीच माल रोड पर चिन्हित स्थानों पर वाहन खड़े कर सकेंगे।
मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेजर आदि को विधानसभा के अंदर ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद के सदस्यों से आगंतुक एवं जनप्रतिनिधि मंडल केवल विधानसभा स्थित प्रतीक्षालय में समय मिलने पर ही मिल सकेंगे। सदन के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी नहीं की जा सकेगी।
विधानसभा परिसर में आधुनिक सुविधाओं से लैस एक एंबुलेंस तैनात रहेगी। इसमें दो डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ड्यूटी पर रहेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वहीं, बैठक में पुलिस प्रमुख अशोक तिवारी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) ज्ञानेश्वर सिंह, सचिव (सामान्य प्रशासन) राजेश शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक (सतर्कता) संतोष पटियाल, निदेशक सूचना एवं जन संपर्क विभाग राजीव कुमार, जिलाधीश अनुपम कश्यप, विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा, एसएसपी संजीव गांधी, संयुक्त आयुक्त नगर निगम भुवन शर्मा, प्रबंध निदेशक एसजेपीएनएल वीरेंद्र सिंह ठाकुर, विधानसभा संयुक्त सचिव बेग राम कश्यप, संयुक्त निदेशक हरदयाल भारद्वाज सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।