रजनीश शर्मा । हमीरपुर
बेरोजगार ईमानदारी से पढ़ते रहे, कंपीटीशन की तैयारी करते रहे लेकिन दूसरी तरफ पेपर बिकते रहे और नालायक नौकरियां लेते रहे। इस काम में एक पूरा तंत्र कई वर्षों से लगा हुआ था। इस तंत्र पर उंगलियां कई बार उठीं लेकिन सामने आकर कोई लड़ाई लड़ने की हिम्मत न जुटा पा रहा था। उम्मीदें आजाद उड़ा रही थी और उसके पीछे पूरा परिवार लगा हुआ था। सफाई कर्मचारी से लेकर चपड़ासी तक पेपर बेचने के स्कैम में फंसे। हमीरपुर का कर्मचारी चयन आयोग नौकरियां बेचने वाला आयोग बन चुका था। एक बेरोजगार नौजवान ने हिम्मत की तो परतें उधड़ना शुरू हुई।
नौकरियों की आस लेकिन पेपर खरीदने वाले पास
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग जो कि हमीरपुर में था और प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को नौकरियों की आस बंधाता था। इस आयोग ने सैकड़ों रोजगार तो दिए लेकिन इनमें दर्जनों नौकरियां भ्रष्टाचार की चाशनी में डूबोकर दी गई। 23 दिसंबर, 2022 को भ्रष्टाचार से भरा आयोग का घड़ा जब फूटा और एक के बाद एक परतें खुलती गईं तो पाया गया कि यह आयोग नौकरियां बेचने का एक कारखाना बन चुका था। आखिर में 21 फरवरी, 2023 को सरकार ने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया।
अक्तूबर में राज्य चयन आयोग का गठन
फरवरी में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग को भंग किए जाने के बाद विपक्ष ने लगातार सरकार पर निशाना लगाना शुरू किया। एक समय ऐसा आया जब प्रदेश के बेराजगार भी सरकार से सवाल करने लगे। आखिर में अक्तूबर माह में सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए हमीरपुर में ही हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग के गठन का निर्णय लिया।
एक साल का यह रहा बदनाम सफर
-23 दिसंबर : जेओए आईटी पोस्ट कोर्ड 965 में पहली एफआईआर
– सीनियर असीस्टेंट बेटों व एजेंट समेत गिरफ्तार
– 26 दिसंबर, 2022 : चयन आयोग निलंबित
– 28 दिसंबर : जेओएआईटी मामले में दूसरा मामला विजिलेंस ने दर्ज किया
– 21 फरवरी : आयोग को भंग करने का फरमान
– 01 मार्च : कोड 980 के तहत ड्राइंग मास्टर पेपर लीक का खुलासा, उमा आजाद समेत, अभ्यर्थी और 9 अन्य आरोपी गिरफ्तार किए
– 11 मार्च : जेओएआईटी पोस्ट कोड 939 में आयोग के दो चपरासी समेत दो अभ्यर्थी गिरफ्तार
– 15 मार्च : आयोग के सचिव डा. जितेंद्र कंवर का नाम पहली एफआईआर में नामजद किया
– 22 मार्च : पोस्ट कोड 819 के तहत ट्रैफिक इंस्पेक्टर की परीक्षा में एफआईआर
– 23 मार्च : सरकार द्वारा तैनात किए ओएसडी समेत कार्यकारी मजिस्ट्रेट आयोग में एंटर हुए
– 27 मार्च : कम्प्यूटर आपरेटर और जूनियर ऑडिटर मामले में गिरफ्तारी
– 28 मार्च : ड्राइंग मास्टर भर्ती परीक्षा लीक मामले में एसआईटी ने महिला अभ्यर्थी अरेस्ट
– 31 मार्च : ट्रैफिक इंस्पेक्टर पेपर लीक मामले में नौकरी पा चुका टीआई अरेस्ट
-4 अप्रैल : आयोग के सचिव रहे डा. कंवर को पहली बार गिरफ्तार किया
– 21 अप्रैल : उमा आजाद को तीन मामलों में से एक में मिली जमानत
– 25 अपै्रल : जेओएआईटी में उमा आजाद की भानजी और दलाल की पत्नी गिरफ्तार
– 28 अप्रैल : जेओएआईटी में उमा आजाद के पड़ोसी भाई-बहन अरेस्ट
– 29 अप्रैल : पोस्ट कोड 962 सचिवालय क्लर्क भर्ती में छठी एफआईआर
– छह एफआईआर दर्ज होने तक पेपर लीक मामले में 19 आरोपी गिरफ्तार हुए
– 10 मई : गिरफ्तार आयोग सचिव को जमानत
– 05 जून : पोस्ट कोड 817 जेओए आईटी भर्ती परीक्षा में दस लोगों के खिलाफ केस
– 16 जून : कोड 899 ऑक्शन रिकार्डर भर्ती में पूर्व सचिव, उमा और उसके बेटे पर एफआईआर
– 17 जून : पोस्ट कोड 970 जेई सिविल परीक्षा में पूर्व सचिव समेत चार पर एफआईआर
– 25 जुलाई : पोस्ट कोड 977 में मार्केटिंग सुपरवाइजर में पूर्व सचिव, उमा और उसके बेटे पर एफआईआर
– 26 जुलाई : कोड 915 सहायक अधिक्षक जेल में पूर्व सचिव, उमा सहित अन्य पर एफआईआर
– अक्तूबर में प्रदेश सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए राज्य चयन आयोग का गठन किया
– 12 दिसंबर : पोस्ट कोड 1003 कम्प्यूटर आपरेटर, 1036 जूनियर ऑडिटर में आयोग के पूर्व सचिव की दूसरी बार गिरफ्तारी
– 21 दिसंबर : पोस्ट कोड 817 में उमा आजाद का छोटा बेटा, पूर्व सचिव का चालक गिरफ्तार ।