
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
प्रदेश में पिछले दो सप्ताह से शुष्क ठंड की मार झेलने के बाद अब नए साल के आसपास मध्य और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। इस दौरान मौसम विभाग शिमला ने प्रदेश में मध्य पहाड़ी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना जताई है।
नए साल का आगाज
राजधानी शिमला समेत प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी से नए साल का आगाज हो सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 30, 31 दिसंबर और 1 जनवरी को प्रदेश के आठ उच्च और मध्य पर्वतीय जिलों में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान जताया है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आने की संभावना है। मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में 2 जनवरी तक मौसम साफ बना रहने की संभावना है।
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हिमाचल में तापमान
इसके अलावा प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब रहा और जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति का कुकुमसेरी शून्य से -10.4 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा। हालांकि, अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। ऊना प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से 4.7 डिग्री अधिक था। जबकि किन्नौर जिले के कल्पा में अधिकतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7.8 डिग्री अधिक था। शिमला और धर्मशाला में अधिकतम तापमान क्रमश: 16.5 डिग्री सेल्सियस और 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश में कमी
हिमाचल प्रदेश में 1 अक्टूबर से 27 दिसंबर तक मानसून के बाद के मौसम में 45.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य बारिश 75.5 मिमी है जिसमें 40 प्रतिशत की कमी पाई गई है। बिलासपुर में 47 प्रतिशत और ऊना में 34 प्रतिशत बारिश हुई। वहीं, 10 अन्य जिलों में 9 प्रतिशत से 76 प्रतिशत के बीच कम बारिश हुई है। हालांकि, दिसंबर माह में बारिश की कमी 81 प्रतिशत दर्ज की गई, क्योंकि सभी 12 जिलों में कम बारिश हुई थी। किन्नौर में 99 फीसदी और सिरमौर में 95 फीसरदी कम बारिश हुई, जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में 39 और 87 प्रतिशत के बीच बारिश में कमी पाई गई है, जो रबी फसलों के लिए हानिकारक है।