पोल खोल न्यूज | शिमला
हिट एंड रन से जुड़े कानून में बदलाव के विरोध में खड़े ट्रक तीसरे दिन बुधवार से सड़कों पर दौड़ने शुरू हो गए हैं। हड़ताल खत्म होने के बाद मंगलवार देररात व बुधवार सुबह हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति पहुंची। पेट्रोल पंपों पर तेल के टैंकर पहुंचते ही लोगों ने राहत की सांस ली। वहीं, निजी बस सेवाएं भी सुचारू हो गई हैं। हड़ताल के कारण दो दिन से प्रदेश में 30 हजार ट्रकों के पहिये थमे हुए थे। ट्रक न चलने से उद्योगों और तीनों सीमेंट कारखानों से आपूर्ति ठप हो गई थी। न तो बाहर से कच्चा माल आ रहा था, न ही तैयार माल बाहर भेजा जा रहा था। हड़ताल से नालागढ़ में 10 हजार अल्ट्राटेक, अंबुजा, एसीसी के सीमेंट कारखानों में 12,000 ट्रक खड़े थे। कालाअंब औद्योगिकी क्षेत्र में 500, कुल्लू में 900 ट्रक खड़े थे।
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बता दें कि बिलासपुर, सिरमौर और बद्दी समेत अन्य जगहों पर करीब एक हजार निजी बसें कानून के विरोध में ऑपरेटरों ने खड़ी कर दी गई थीं। वहीं निगम के रूट भी बंद हो गए थे। उधर, कंपनियों ने मंगलवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों के लिए तेल के 432 टैंकर भेजे। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने 96, भारत पेट्रोलियम ने 14 टैंकर, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने 227 टैंकर भेजे। वहीं, आईओसीएल ने परिवहन निगम को भी डीजल के 55 टैंकर भेजे। प्रदेश निजी बस चालक-परिचालक यूनियन के महासचिव अखिल गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद हड़ताल वापस ले ली गई है। बुधवार से बसें चलेंगी।
वहीं, बुधवार सुबह एचआरटीसी के टूटीकंडी पंप पर तेल भरवाने के लिए बसों की लंबी कतारें लग गईं। इससे बसों की कतार पेट्रोल पंप से क्रॉसिंग तक पहुंच गई। इससे सुबह के समय लंबा जाम लगा रहा। आईएसबीटी की ओर जाने वाली बसों और गाड़ियों को एमसी पार्किंग के पास से यूटर्न लेकर भेजा गया। हालांकि एचआरटीसी बसों को एक रूट पर जाने जितना ही तेल दिया जा रहा है। दोपहर बाद एचआरटीसी के पंपों पर तेल की सप्लाई आने की उम्मीद है।